पीएम सूर्य घर योजना के तहत केंद्र से उपभोक्ताओं को मिली 35 करोड़ की सब्सिडी
सबसे ज्यादा इंदौर शहर में 11800 परिसर सौर ऊर्जा से जुड़ेमप्र पश्चिम क्षेत्र कंपनी के कार्यक्षेत्र वाले मालवा-निमाड़ अंचल में पीएम सूर्य घर योजना के लागू होने के बाद रूफ-टॉप सोलर नेट मीटर से जुड़ने वालों की संख्या में पिछले दस माह में 80 प्रतिशत बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है। नवंबर अंत की स्थिति में पश्चिम क्षेत्र कंपनी में 21200 बिजली उपभोक्ता रूफ-टॉप सोलर नेट मीटर से जुड़कर अपनी बिजली स्वयं बना रहे हैं। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने सौर ऊर्जा को लेकर पश्चिम क्षेत्र में हुए कार्यों एवं प्राप्त उपलब्धि की सराहना की है।
मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर की प्रबंध निदेशक सुश्री रजनी सिंह ने बताया कि फरवरी से नवंबर तक करीब 9 हजार उपभोक्ता रूफ-टॉप सोलर नेट मीटर योजना से जुड़े हैं। इसमें से 7 हजार से ज्यादा पीएम सूर्य घर योजना से जुड़े हैं। अक्टूबर तक साढ़े चार हजार उपभोक्ताओं को पीएम सूर्य घर योजना में केंद्र शासन से 35 करोड़ रूपए की सब्सिडी मिल चुकी हैं केंद्र से मालवा- निमाड़ के पात्रता वाले बिजली उपभोक्ताओं को पीएम सूर्य घर की सब्सिडी मिलने का दौर जारी है। पीएम सूर्य घर योजना में पात्र उपभोक्ता को अधिकतम 78 हजार की सब्सिडी मिलती है। इसमें एक किलो वॉट के संयंत्र के लिए 30 हजार, 2 किलो वॉट के संयंत्र के लिए कुल 60 हजार एवं 3 किलो वॉट के संयंत्र के लिए अधिकतम 78 हजार की सब्सिडी दी जाती है। तीन किलो वॉट से ज्यादा का संयंत्र भी लगाया जा सकता है, लेकिन अधिकतम सब्सिडी 78 हजार रूपए ही मिलेगी। कंपनी क्षेत्र में कुल 21200 उपभोक्ता सूरज की किरणों से बिजली तैयार कर रहे हैं। इसमें 20700 निम्न दाब श्रेणी के एवं 500 उच्चदाब श्रेणी के उपभोक्ता शामिल हैं। रूफ-टॉप सोलर मीटर से जुड़े उपभोक्ताओं की कुल बिजली उत्पादन क्षमता 200 मेगावाट से अधिक हैं।
पश्चिम मप्र में कहां कितने उपभोक्ता
रूफ-टॉप सोलर नेट मीटर योजना से इंदौर मध्य शहर, बायपास, सुपर कॉरिडोर इत्यादि क्षेत्र में 11800 उपभोक्ता अब तक रूफ-टॉप सोलर नेट मीटर योजना से जुड़ चुके हैं। इसके बाद उज्जैन जिले में 2250, देवास जिले में 1250, खरगोन एवं रतलाम जिले में 825-825 उपभोक्ता सूरज की किरणों से पैनल्स के माध्यम से अपने परिसरों में बिजली तैयार कर रहे हैं।