जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय का किया भ्रमण
किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिये जरूरी है कि किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों से निरंतर अवगत कराया जाये। उन्हें उन्नत तकनीकों को अपनाने के लिये प्रोत्साहित किया जाये। किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय की कृषि इकाइयों के भ्रमण के दौरान जबलपुर में यह बात कही। उन्होंने प्रदेश की दूसरी कृषि ओपीडी का शुभारंभ किया। श्री पटेल ने कृषि महाविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण भी किया।
मंत्री श्री पटेल ने जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा चना, अलसी और विसिया (चारा) की तीन नई प्रजातियों के राष्ट्रीय स्तर पर अधिसूचित होने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि 'एक जिला-एक उत्पाद' के तहत प्रत्येक विकासखण्ड में उन्नत फसलों की किस्मों का उत्पादन होना चाहिये। किसानों को उन्नत तकनीकों से अवगत कराना चाहिये। तकनीकों को अपनाने के लिये जागरूक करना चाहिये, जिससे कि किसान कम लागत में अधिक से अधिक उत्पादन कर सकें। किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिये सरकार द्वारा संचालित की जा रही योजनाओं से भी मंत्री श्री पटेल ने सभी को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि कृषकों के अथक परिश्रम और सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों से कृषि उत्पादन में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। नये कृषि कानूनों से किसानों को नई सुविधाएँ मिलेंगी। प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना से लाभान्वित होकर किसान वेयर-हाउसिंग, ग्रेडिंग, कोल्ड-स्टोरिंग और प्रोसेसिंग इत्यादि की यूनिट भी लगा सकेंगे।
प्रदेश की दूसरी कृषि ओपीडी जबलपुर में
कृषि मंत्री श्री पटेल ने सोमवार को जबलपुर में प्रदेश की दूसरी कृषि ओपीडी का शुभारंभ किया। उन्होंने निर्देशित किया कि कृषि ओपीडी को प्रभावी रूप से संचालित किया जाये, ताकि किसानों की फसलों को खराब होने से बचाया जा सके। इसका व्यापक तौर पर प्रचार-प्रसार किया जाना भी सुनिश्चित करें। श्री पटेल ने कहा कि इससे लाभान्वित होकर किसान फसल संबंधी बीमारियों का समय रहते बेहतर उपचार कर सकेंगे।
कृषि महाविद्यालय में किया वृक्षारोपण
कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने कृषि महाविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर पनागर विधायक श्री सुशील तिवारी 'इन्दू', जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति श्री प्रदीप कुमार बिसेन, कृषि वैज्ञानिक और अधिकारीगण उपस्थित थे।