पशुपालक दुग्ध सहकारी समिति के सदस्य बन लाभांश कमाएं
संभागायुक्त श्री कवीन्द्र कियावत ने सहकारिता एवं दुग्ध संघ की समीक्षा बैठक की। श्री कियावत ने सभी जिलों के डीआरसीएस से पशुपालकों को समिति का सदस्य बनाने को लेकर की जा रही कार्यवाही की समीक्षा की। भोपाल डीआरसीएस के कर्तव्यों को प्रति उदासीनता को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए शोकॉज नोटिस देने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि दुग्ध संघ सहकारिता एवं पशु चिकित्सा विभाग समन्वित प्रयास कर अधिक से अधिक पशुपालकों को दुग्ध सहकारी समितियों का सदस्य बनाकर दुग्ध संग्रहण बढ़ाए।
श्री कियावत ने कहा कि जितना अधिक संग्रहण बढ़ेगा उतना अधिक सदस्यों को लाभांश भी मिलेगा। श्री कियावत ने निर्देश दिए कि जल्द ही पशुपालकों को भी केसीसी के माध्यम से शून्य प्रतिशत ब्याज दर ऋण उपलब्ध होगा जिससे वे पशुपालन गतिविधियों को बढ़ाकर अपनी आय बढ़ा सकेंगे।
दुग्ध सहकारी समिति स्तर पर सदस्यों के साथ बैठक कर निष्क्रिय सदस्यों को सक्रिय बनाए। प्रत्येक पशु पालक सहकारी समिति से जुड़े और अपने दुग्ध उत्पादन का अधिकतम हिस्सा दुग्ध संग्रहण केन्द्रों पर दें। दुग्ध सहकारी समिति के सदस्यों के पशुओं को पशु चिकित्सा विभाग की तरफ से स्वास्थ्य शिविर लगाकर दवाई वितरण, टीकाकरण एवं पशु नस्ल सुधार संबंधी सुविधा एवं सेवाएं मुहैया कराई जाए। साथ ही पशु आहार सुदाना को उचित मूल्य पर उपलब्ध कराया जाए। पशुओं से दुग्ध उत्पादन वृद्धि एवं उन्नत नस्ल के पशु उपयोग के लिए उपयुक्त सलाह दी जाए। पशुपालकों को जागरूक किया जाए कि दुग्ध सहकारी समितियों से जुड़ने पर उन्हें चौतरफा लाभ है, जिसमें बढ़ा हुआ मूल्य, शून्य ब्याज दर पर ऋण सहित दुग्ध संघ का लाभांश भी शामिल है।