शिक्षा के माध्यम से ही परिवर्तन की बुनियाद संभव : जल संसाधन मंत्री श्री सिलावट
सारोजिनी नायडू महाविद्यालय में विकास कार्यों का हुआ लोकार्पण एवं शिलान्यासउच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न नवाचारों के माध्यम से कई परिवर्तन किये जा रहे हैं। ऐसी शिक्षा पद्धति विकसित की जा रही है, जिससे युवाओं को अधिकाधिक रोजगार मिल सके। भविष्य में उच्च शिक्षा का नया रूप उभरकर सामने आयेगा। मंत्री डॉ. यादव मंगलवार को सरोजिनी नायडू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय में रूसा एवं विश्व बैंक परियोजना के तहत स्वीकृत विकास कार्यों के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में जल संसाधन एवं मत्स्य पालन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे।
इस अवसर पर मंत्रीद्वय डॉ. यादव और श्री सिलावट ने महाविद्यालय में एक करोड़ 60 लाख रूपये की राशि से निर्मित भवन, उन्नयित केंटीन एवं स्वशासी प्रकोष्ठ कक्ष का लोकार्पण और 8 करोड़ 60 लाख रूपये की राशि के कार्यों का शिलान्यास किया गया।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि महाविद्यालयों में नये पाठयक्रम प्रारंभ कराये जायेंगे। कृषि, चिकित्सा सहित अन्य पाठ्यक्रम संचालित करने के लिए महाविद्यालयों का पूरा सहयोग किया जायेगा। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय अब जनभागीदारी मद से 50 लाख के स्थान पर एक करोड़ की राशि खर्च कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि सरोजिनी नायडू महाविद्यालय में नए पाठयक्रमों के साथ-साथ एनसीसी से जुड़े पाठ्यक्रम भी संचालित कराये जाएंगे।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि भारत की संस्कृति में माँ को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। इतिहास में अनेक महिलाओं ने देश के लिए समर्पण भाव से कार्य किया है। झाँसी की रानी की तरह रानी दुर्गावती ने भी आजादी की लड़ाई में योगदान दिया है। महिलाओं के कल्याण के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। स्थानीय निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण प्राप्त है।
जल संसाधन, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य पालन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि शिक्षा के मध्यम से ही परिवर्तन की बुनियाद संभव है। मध्यप्रदेश को आगे ले जाने के कार्य में हमारी बेटियों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। बेटियाँ अपना लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ें। कोरोना से निर्भीक होकर मुकाबला करें।
कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में नाम रोशन करने वाली छात्राओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. प्रतिभा सिंह, प्रशासनिक अधिकारी डॉ. रमा सिंह, डॉ. सीमा पाठक, डॉ. शैल बाला सिंह बघेल सहित अन्य प्राध्यापक, अधिकारी एवं छात्राएँ उपस्थित थीं।