इतिहास में पहली बार मालवा और निमाड़ की बिजली माँग सतत 95 दिनों से पांच हजार मेगावाट के पार बनी हुई है। यह बढ़ोत्तरी औद्योगिक माँग में इजाफे के साथ ही रबी सीजन की सिंचाई के कारण है। माँग के अनुसार गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति की जा रही है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर ने बताया कि माँग बढ़ने का क्रम माह अक्टूबर अंत से प्रारंभ हुआ था। दिनांक 27 अक्टूबर 2020 को अधिकतम बिजली माँग 5057 मेगावाट दर्ज की गई थी। इसके बाद माँग सतत बढ़ती गई। सर्वाधिक माँग 24 दिसंबर 2020 को 6108 मेगावाट दर्ज की गई थी। अभी भी बिजली की अधिकतम माँग औसत 5700 मेगावाट के करीब बनी हुई है। इस तरह पूरे क्षेत्र में 95 दिन से बिजली की रिकार्ड माँग की स्थिति है।
अक्टूबर-2019 की तुलना में अक्टूबर-2020 में 48 फीसदी ज्यादा बिजली वितरित हुई है। नवंबर-2020 में नवंबर-2019 की तुलना में 26 फीसदी, दिसंबर-2020 में तुलनात्मक रूप से 5 फीसदी एवं जनवरी-2021 में 4 फीसदी बिजली ज्यादा वितरित हुई है। वहीं सिंचाई के लिए बिजली माँग भी उच्च स्तर पर है। मालवा और निमाड़ के 15 जिलों में लगभग 12 लाख कृषि पंपों के लिए 10 घंटे प्रतिदिन बिजली प्रदाय की जा रही है।