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पर्यटन मंत्री सुश्री ठाकुर ने संवाद-सत्र में भागीदारी की

 केरल के रिसॉर्ट मालिकों तथा पर्यटन से जुड़ी नामचीन हस्तियों से किया संवाद----

अपने केरल प्रवास के दौरान पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कोट्टायम, कुमारकम्, असवायकम के रिसॉर्ट मालिकों, चेम्बर ऑफ होटल एसोसिएशन, होम स्टे ओनर, होम स्टे फेडरेशन के अध्यक्ष, डीटीपीसी के सचिव, ताज होटल के महाप्रबंधक कुमार अनुभव, नॉट ऑन मैप के संस्थापक के साथ चर्चा में मध्यप्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के सिलसिले में विस्तृत विचार-विमर्श किया।

कार्यक्रम में अपने उद्बोधन में मंत्री सुश्री ठाकुर ने कहा कि आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है जब हम केरल के प्रतिष्ठित पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों से रू-ब-रू होकर पर्यटन को बढ़ावा देने के गुर सीख रहे हैं। उन्होंने कहा कि केरल से हमारा अनुबंध मध्यप्रदेश पर्यटन को नई ऊँचाई देगा और प्रदेश में पर्यटन के विकास के मार्ग में मील का पत्थर साबित होगा। सुश्री ठाकुर ने कहा कि केरल का जीवन धार्मिक, सांस्कृतिक और मौलिक है, इसीलिये हमारे यहाँ के ऋषि परशुराम ने अपनी कर्मभूमि यहीं बनाई थी। यह आदि शंकराचार्य की जन्म-भूमि है और इस पावन भूमि को मैं नमन करती हूँ।

इस दौरान पर्यटन इण्डस्ट्री एवं रिस्पांसिबिल टूरिज्म मिशन के स्टेट को-ऑर्डिनेटर श्री रूपेश कुमार ने मध्यप्रदेश की पर्यटन मंत्री की केरल विजिट और रिस्पांसिबिल टूरिज्म मिशन के अनुबंध के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

संवाद-सत्र में चैम्बर ऑफ रिसॉर्ट्स के अध्यक्ष एवं लेक सांग के महाप्रबंधक श्री संजय वर्मा ने भी रिस्पांसिबिल टूरिज्म मिशन के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि टूरिज्म मिशन में काम करने से स्थानीय समुदाय और निवासियों ने पर्यटन उद्योग को स्वीकार किया और वे इस उद्योग में सहभागी बने हैं। स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने और उनके उत्पाद क्रय करने के कारण स्थानीय लोग आत्मनिर्भर हुए और 'लोकल फॉर वोकल'' सार्थक हुआ।

डीटीपीसी सचिव इन्दु नायर ने कहा कि रिस्पांसिबिल टूरिज्म मिशन के आने से समुदाय एवं महिलाओं का सशक्तिकरण हुआ है। ताज ग्रुप के महाप्रबंधक श्री आशीर्वाद ने कहा कि वे स्थानीय पर्यटन और ग्रामीण पर्यटन में रुचि रखते हैं और पुरानी सम्पत्तियों का नवीनीकरण करते हैं। श्री आशीर्वाद ने कहा कि मध्यप्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाओं के मद्देनजर हम पर्यटन विभाग के साथ होमस्टे एवं ग्रामीण पर्यटन प्रारंभ करना चाहते हैं। अपर प्रबंध संचालक ने मध्यप्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाओं को रेखांकित किया।

डीटीपीसी के सचिव श्री इन्दु नायर ने कहा कि वर्ष 1986 में डीटीपीसी की स्थापना हुई है। रिस्पांसिबिल टूरिज्म मिशन के आने से समुदाय, विशेषकर महिलाओं का सशक्तिकरण हुआ है। इस मौके पर श्री सलिल दास ने भी अपने विचार व्यक्त किये।


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