मुख्यमंत्री ने बहुआयामी बनाने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने की जबलपुर के समग्र विकास कार्यों की समीक्षा
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज जबलपुर के कलचुरी होटल में जबलपुर के सर्वांगीण विकास के रोडमैप पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने इसे धरातल पर उतारने के लिये प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए। इस दौरान जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों से चर्चा कर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि नगरीस क्षेत्र के विकास के लिये जो जल प्रदाय योजनाएँ शुरू की गई हैं, उनका 2024 तक शत-प्रतिशत क्रियान्वयन किया जाए। साथ ही भविष्य में नई आबादी को ध्यान में रखते हुए पहले से व्यवस्था कर योजनाओं को अमल में लाएं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जबलपुर के विकास के लिये तैयार किए गए रोडमैप की सराहना करते हुए इसे बहुआयामी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने सीवरेज की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करते हुये इसे बेहतर करने को कहा। इसके अलावा नर्मदा नदी के शुद्धिकरण पर ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर नर्मदा नदी को प्रदूषित नहीं होने दिया जाएगा। नदी में मिलने वाले गंदे नालों को चिन्हित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। शहर की स्ट्रीट लाइट व्यवस्था के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि परंपरागत स्ट्रीट लाइट को एलईडी स्ट्रीट लाइट में परिवर्तित किया जाए ताकि ऊर्जा की बचत हो।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्वच्छता अभियान तभी सफल होगा जब इसमें जनता की सहभागिता होगी। उन्होंने कहा कि 15 दिवस में जन-प्रतिनिधियों से चर्चा कर कार्य-योजना तैयार करें, जिससे स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में जबलपुर देश के प्रथम 10 शहरों में स्थान प्राप्त करे। डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण और अपशिष्ट प्रबंधन तथा कचरे से ऊर्जा बनाने और थ्री आर (रिडयूज, रियूस एवं रिसाईक्लिंग) की अवधारणा को फलीभूत करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सार्वजनिक शौचालयों का उपयोग व रख-रखाव बेहतर हो तो इससे स्वच्छता की स्थिति बेहतर बनती है।
बैठक में अधोसंरचना विकास कार्यों की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने फ्लाई ओव्हर और शहरी परिवहन के साथ सड़कों के विकास पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शहर में आईपीएल स्तर के क्रिकेट स्टेडियम के लिए प्लान करें। जबलपुर को पर्यावरण की दिशा में सुरक्षित एवं संरक्षित रखने के लिये पुराने तालाबों को पुनर्जीवित करें। तालाब जबलपुर की अमूल्य निधि हैं, उन्हें सुरक्षित रखा जाए तथा अतिक्रमण न हों। उन्होंने तालाबों के सौंदर्यीकरण पर भी जोर दिया। कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने शहरी क्षेत्र के विकास के लिए तैयार किये गये रोडमैप की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार से इंदौर में सुपर कॉरिडोर विकसित किया गया है, उसी तरह जबलपुर का भविष्य देखते हुए एक ऐसी रोड बनाई जाए, जिससे उस रोड के आसपास आईटी पार्क, बड़े संस्थान और लॉजिस्टिक्स पार्क स्थापित किये जा सकें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नगर निगम के आय स्रोत बढ़ाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने समावेशी शहरी विकास के अंतर्गत स्व-सहायता समूहों के गठन एवं सुदृढी़करण, कौशल प्रशिक्षण रोजगार, दीनदयाल रसोई के विस्तार तथा गरीबों एवं मजदूरों के लिए रात्रि कालीन आश्रय स्थलों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिये कहा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गरीबों के लिए आवास के संबंध में कहा कि आवास विधिवत आवंटित हो इसका विशेष ध्यान रखा जाये। सुशासन में ई-गवर्नेंस के माध्यम से समस्याओं का सुगमता से समाधान करने के निर्देश दिए तथा इसकी भविष्य की योजना पर भी प्लान करने के निर्देश दिए। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश आत्मनिर्भर जबलपुर के तहत आईटी पार्क के विकास तथा सड़कों के विकास का काम किया जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जबलपुर पर्यटन के बड़े केन्द्र के रूप में तेजी से उभर रहा है। जबलपुर में जियोलॉजिकल पार्क को शीघ्र विकसित करने, भेड़ाघाट को पर्यटन क्लस्टर के रूप में विकसित करने तथा साइंस सेंटर के निर्माण की दिशा में शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बरगी में वाटर स्पोर्टस गतिविधियों को पुन: शुरू किया जाये। इसके लिए अभी से तैयारियां प्रारंभ करें।
बैठक में सांसद श्री राकेश सिंह, पूर्व मंत्री व विधायक श्री अजय विश्नोई, विधायक श्री अशोक रोहाणी, श्रीमती नंदनी मरावी, श्री सुशील तिवारी इंदू, श्री तरुण भनोट, श्री संजय यादव, कमिश्नर श्री बी. चंद्रशेखर, आईजी श्री भागवत सिहं चौहान सहित अधिकारीगण उपस्थित थे।