प्रदेश के प्रत्येक जिले में दो तालाबों को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लिया जायेगा
जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट ने योजना बनाने के दिये निर्देशजल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने रेसीडेंसी कोठी इंदौर में जल संसाधन विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, जल निगम और नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के स्थानीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री को निर्देश दिए कि इन्दौर ज़िले के सभी तालाबों की वर्तमान स्थिति की रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इन सभी तालाबों का गहरीकरण, सौंदर्यीकरण और जीर्णोद्धार करने की योजना बनायें, इन तालाबों में अतिक्रमण को राजस्व विभाग के सहयोग से हटाने के लिए योजना बनाएँ।
मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में जल संरक्षण के लिए तालाबों के जीर्णोद्धार और पर्यावरण सुधार के लिए वृहद पौधारोपण अभियान भी चलाया जाएगा, इसकी शुरुआत इंदौर जिले से की जाएगी। सभी जिलों के कलेक्टर और सीईओ जिला पंचायत से चर्चा करके जिले के कम से कम दो तालाबों को पायलट प्रोजेक्ट के रुप लेकर कार्य शुरू किया जाएगा। इसके लिए जनसहयोग से जनआंदोलन शुरू किया जाएगा और सभी कार्यों को मनरेगा के साथ ही जन सहयोग से कार्य कराया जाएगा।
मंत्री श्री सिलावट ने बैठक में इंदौर की सांवेर उद्वहन सिंचाई योजना और सभी ग्रामों में जल जीवन मिशन के तहत प्रस्तावित कार्यों की अद्यतन जानकारी भी ली। जल जीवन मिशन के तहत सांवेर विकासखंड के प्रत्येक गाँव के प्रत्येक घर में नल से जल्द जल पहुँचाने के संबंध में योजना की समीक्षा भी की।
इंदौर ज़िले में जल संसाधन विभाग के अंतर्गत 58 तालाबों की वर्तमान स्थिति और जल संरक्षण के लिए सर्वे कराकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में जल संसाधन विभाग के चीफ़ इंजीनियर श्री अविनाश कुलकर्णी, अधीक्षण यंत्री श्री पुरुषोत्तम जोशी, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के मुख्य अभियंता श्री एस.के. सिंघल और कार्यपालन यंत्री श्री आर.एस. राणावत भी उपस्थित थे।