प्रदेश के सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने तीनों कृषि कानूनों की बारीकियों को कसौटी पर कसकर एक एक बिंदु को किसानों को समझाया है और यह स्पष्ट हैं कि ये कानून किसानों के भले के लिए ही है। मंत्री श्री सखलेचा ने शुक्रवार को नीमच जिले के विकासखण्ड मुख्यालय जावद के मण्डी प्रांगण में सुशासन दिवस पर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि वितरण कार्यक्रम में किसानों को केन्द्र व राज्य शासन द्वारा कृषि एवं किसान भाईयों के विकास के लिए क्रियान्वित योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी।
मंत्री श्री सखलेचा ने कहा, कि किसानों का हित शासन की सर्वोच्य प्राथमिकता है। कृषि बिल किसानों के हित में है। इससे किसानों को कृषि उपज के विक्रय के विकल्प एवं आर्थिक निर्यात शक्ति में वृद्धि होगी। उन्होने कृषि अधिनियमों की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा, कि कृषि उपज मण्डी समितियों के अधिकार पूर्व की तरह ही रहेगे। नये कृषि अधिनियम के तहत किसान अपनी उपज का अधिकतम मूल्य प्राप्त कर सकेंगे। अनुबंधित कृषि से भी किसानों को लाभ होगा।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री सखलेचा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व.श्री अटल बिहारी वायपेयी सुशासन एवं पारदर्शिता के पक्षधर रहे है। किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से रियायती दरों पर कृषि ऋण उपलब्ध कराने की परिकल्पना को उन्होने ही मूर्त रूप प्रदान किया था। प्रधामंत्री ग्राम सडक योजना के माध्यम से देश में सडको का जाल बिछाया है। श्री सखलेचा ने स्व.अटल बिहारी वाजपेयी के बताये मार्ग पर चलने का आव्हान करते हुए कहा कि वे हमेशा गांव गरीब और किसानों के बारे में सोचते थे।
इस मौके पर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के वितरण समारोह के राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किया गया। जनपद व ग्राम पंचायत स्तर पर इस कार्यक्रम का लाईव प्रसारण दिखाया गया। नीमच के टाउनहॉल में भी जनपद स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिले में प्रधानमंत्री सम्मान निधि वितरण के कार्यक्रम का पंचायत स्तर पर भी लाईव प्रसारण किया गया। जिसमें लगभग 44 हजार 700 सेअधिक किसानों ने लाईव प्रसारण देखा व सुना।जावद तहसील के 30 हजार 800 किसानों को भी इस राशि का लाभ मिला है।
प्रारंभ में मंत्री श्री सखलेचा ने कन्याओं का पूजन किया और मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभरंभ किया।