गौहर महल में 27 से 30 दिसम्बर तक 4 दिवसीय जरी - जरद़ोजी और जूट प्रदर्शनी ---
जरी - जरद़ोजी और जूट शिल्प को समाहित करते हुए रविवार से 30 दिसम्बर तक चलने वाले राग - भोपाली 2020 का आगाज मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने किया।
वोकल फॉर लोकल की कड़ी में भोपाल की प्रसिद्ध जरी - जरद़ोजी एवं जूट के उत्पाद की ब्रांडिंग करने एवं राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय ख्याति दिलाने के प्रयासों के क्रम में गौहर महल में जरी - जरद़ोजी एवं जूट के उत्पादों की प्रदर्शनी के साथ ही स्थानीय सांस्कृतिक गीत, नृत्य आदि की प्रस्तुति प्रारंभ हो गई है। साथ ही आगंतुक भोपाल के स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ भी ले सकेंगे। इस प्रदर्शनी की खास विशेषता यह है कि जरी-जरद़ोजी और जूट उत्पादों को बनते हुए भी देखा जा सकेगा। राग भोपाली की थीम पर गौहर महल से ज़री-ज़रदोज़ी और जूट से बनी वस्तुओं को अंतर्राष्ट्रीय पहचान और बाजार दिलाने के लगातार प्रयास जारी हैं।
जिले को आत्म निर्भर बनाने और जरी-जरदोजी एवं जूट शिल्प के समग्र विकास के उद्देश्य से रविवार से 30 दिसम्बर 2020 तक विशिष्ट प्रदर्शनी " राग भोपाली'''''''' का आयोजन गौहर महल में किया जा रहा है। कार्यक्रम के सह आयोजनकर्ता संत रविदास मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम है।
उल्लेखनीय है कि हस्त शिल्प को नई अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए राग- भोपाली के नाम से नए ब्रांड की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री के वोकल फॉर लोकल की अवधारणा के अनुरूप मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भी हर जिले को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस तरह की मजबूत पहल करने के निर्देश दिए हैं।
राग - भोपाली में दिल्ली और मुंबई से एक्सपोर्टर्स को भी बुलाया गया है। इस प्रदर्शनी में भोपाल में जूट, जरी और जरदोजी के बनाए सामान का प्रदर्शन भी होगा और बनते हुए भी दिखाया जायेगा।