स्वास्थ्य मंत्री ने स्व-सहायता समूहों और शौर्या दलों की महिलाओं को किया सम्मानित
समाज सेवा के क्षेत्र में महिला स्व-सहायता समूहों की महिलाओं ने अपनी अलग पहचान बनाई है। महिला स्वसहायता समूह आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों की महिलाओं को छोटे-छोटे ऋण प्रदान कर न केवल उनके जीवन की मुश्किलों को दूर कर रही हैं, बल्कि ऐसे परिवारों को आर्थिक संबल भी प्रदान कर रही हैं। यह बात स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने रायसेन में आयोजित स्व-सहायता समूहों की महिलाओं एवं शौर्या दलों का उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम में कही।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि स्व-सहायता समूहों की बहनें, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर बच्चों को शिक्षित और संस्कारित करने के साथ-साथ समाज से कुपोषण को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में स्व-सहायता समूहों ने युद्ध-स्तर पर मास्क बनाकर प्रदेश में मास्क की कमी नहीं होने दी। स्व-सहायता समूह की महिलाओं और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रत्येक घर से सीधा सम्पर्क होता है। वे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करने का कार्य भी कर रही हैं।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और महिला सशक्तिकरण के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। कोरोना महामारी के कठिन दौर में प्रदेश सरकार द्वारा शहरी क्षेत्र की महिलाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए जीवन-शक्ति योजना प्रारंभ की गई है। इससे महिलाओं को आर्थिक सहायता भी मिली और लोगों को सस्ते मास्क भी उपलब्ध हुए। मंत्री डॉ. चौधरी ने स्व-सहायता समूहों की महिलाओं और शौर्या दलों को सम्मानित भी किया।