वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने कहा है कि वन विभाग के शहीद हुए कर्मियों ने कर्त्तव्य परायणता के दौरान अपनी आहूति देकर वन सुरक्षा की मिशाल कायम की है। ऐसे शहीद कर्मियों को पूरा विभाग सेल्यूट करता है। वन मंत्री श्री शाह स्थानीय वन रेस्ट हाऊस के बहुउद्देशीय हॉल में 'राष्ट्रीय वन शहीद दिवस' पर वन विभाग के शहीद हुए कर्मियों के परिजनों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
वन मंत्री श्री शाह ने वन विभाग के शहीद हुए कर्मियों के परिजनों को आश्वस्त किया कि वे कभी अकेला न समझें। वे स्वयं और विभागीय अमला उनके साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने कहा कि जंगलों की सुरक्षा की जिम्मेवारी में विभागीय अमला मुस्तैदी से जुटा है। उन्होंने वन विभाग की भूमि पर बेजा कब्जाधारियों को चेताया कि वे परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें।
वन मंत्री श्री शाह ने वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों से आव्हान किया कि विभागीय सम्पत्ति की रक्षा इसी प्रकार करते रहें और उनकी सुरक्षा की जिम्मेवारी राज्य शासन की है। उन्होंने ग्रामीण-सुदूर अंचलों में तैनात वनकर्मियों को मूलभूत सुविधाएँ और सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने के लिए टाइगर फाउण्डेशन सोसायटी को दान के रूप में अधिक राशि प्राप्त करने के लिए कहा ताकि सभी वन कर्मियों को अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरणों से सुसज्जित किया जा सके।
वन कर्मियों के परिजन हुए सम्मानित
वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने एक साल की अवधि में शहीद हुए 6 वन कर्मचारी के आश्रित परिजनों को एक-एक लाख रूपए और सम्मान पट्टिका देकर सम्मानित किया। इनमें बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के महावत श्री रवि प्रताप बैगा, श्रमिक श्री चिंता बैगा, वन मण्डल सिंगरौली के वन रक्षक श्री रामदरश शर्मा, वन मण्डल ग्वालियर के वन रक्षक श्री दीपू सिंह राणा, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के स्थायी कर्मी श्री धन्नालाल मर्सकोले और पन्ना टाइगर रिजर्व के वन क्षेत्रफल श्री बिन्देश्वर राम भगत के नाम शामिल हैं। यह सभी वनकर्मी वन्य प्राणियों की सुरक्षा करते हुए शहीद हुए थे।
दिवंगत परिवार के एक सदस्य को रोजगार
प्रमुख सचिव वन श्री अशोक वर्णवाल ने कहा कि दिवंगत कर्मियों ने वनों की सुरक्षा में अपने प्राणों का विसर्जन किया है। उन्होंने कहा कि दिवंगत के परिवार के एक सदस्य को रोजगार दिलाया जाएगा। प्रधान मंख्य वन संरक्षक और वन बल प्रमुख श्री राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि शहीद कर्मियों के कर्त्तव्य परायणता और बलिदान को हमेशा याद किया जाएगा।
कोविड-19 रिलीफ केम्पेन का विमोचन
वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने एमपी टाइगर फाउण्डेशन सोसायटी को कोविड-19 रिलीफ केम्पेन पुस्तक का विमोचन किया। वन मंत्री को बताया गया कि सोसायटी द्वारा 400 संस्थाओं और व्यक्तिगत स्तर से 72.5 लाख रूपए का फण्ड इकट्ठा कर 7300 परिवारों को कोरोना के संक्रमण के दौरान वन कर्मियों, दैनिक वेतन भोगी/वाहन चालक/गाइड्स आदि के लिए राशन और अन्य सामग्री उपलब्ध कराई गई।
एक नई परम्परा की हुई शुरूआत
मध्यप्रदेश टाईगर फाउण्डेशन सोसायटी द्वारा इस वर्ष से नई परम्परा की शुरूआत की गई है। प्रदेश में पिछले एक वर्ष के भीतर वन्य प्राणी सुरक्षा कार्य के दौरान हुई मुठभेड, वन्य प्राणियों का हमला, अग्नि दुर्घटना जैसी विषय परिस्थितियों में अपनी जान गंवाने वाले वन विभाग के नियमित शासकीय सेवक एवं अन्य श्रेणियों में वन विभाग के किसी इकाई से वेतन/मासिक पारिश्रमिक पाने वाले व्यक्ति की शहादत को मान्यता देकर सम्मानित किया जा रहा है। इसके लिए शहीद हुए शासकीय सेवक, स्थाई-अस्थाई कर्मचारी/व्यक्ति के परिवार के प्रथम आश्रित को एक-एक लाख रूपये और सम्मान पट्टिका देकर सम्मानित किया गया है।