21 सितम्बर से शुरू होगें कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल
स्कूलशिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री इंदर सिंह परमार ने देवास जिले के बागली विकासखण्ड में वनाधिकार अधिनियम-2006 अन्तर्गत वनवासियों को वनाधिकार पट्टों का वितरण किया।
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान गरीबों के मसीहा हैं। उन्होंने गरीबों के कल्याण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। प्रदेश सरकार द्वारा 16 सितम्बर से 24 सितम्बर तक गरीब कल्याण सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत आज वन अधिकार अधिनियम 2006 अन्तर्गत वनाधिकार पट्टों का वितरण किया जा रहा है। देवास जिले में लगभग 1 हजार वनाधिकार दावे स्वीकृति किये गए हैं। जिसमें जिले में आज लगभग 300 हितग्राहियों को वन अधिकार पट्टों का वितरण किया गया है। मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि लंबे समय से वनवासियों को पट्टो का इंतजार था। प्रदेश सरकार आज 23 हजार वनवासियों को पट्टे वितरित कर रही है। वनवासी वर्षों से खेती कर रहे थे पर उनको मालिकाना हक नहीं था, अब उन्हें पट्टे मिलने से सारी सुविधा मिलेगी, पट्टा मिलने से उनकी जिंदगी में बदलाव महसूस होगा। वनाधिकार पट्टे मिलने से अब वनवासियों को भूमि पर सिंचाई की सुविधा मिलेगी, भूमि को कृषि योग्य बनाने के लिए भूमि सुधार एवं मेढ़ बंधान की सुविधा मिलेगी। खाद बीज, कृषि यंत्र और सिंचाई पम्प की सुविधा मिलेगी। वन अधिकारी पट्टा मिलने से अब 50 हजार रुपये तक का अल्प अवधि ऋण हितग्राहियों को मिल सकेगा।
21 सितंबर से आंशिक रूप से खुलेंगे 9वीं से 12वीं तक के स्कूल
मंत्री श्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि 21 सितम्बर से 9 से 12 तक के स्कूल आंशिक रूप से खुलेंगे। शिक्षक स्कूलों में उपस्थित रहेंगे। विद्यार्थी छोटे-छोटे ग्रुप्स में पढ़ाई के विषय के संबंध में जानकारी ले सकेंगे। आने वाले समय में ‘’एक शाला एक परिसर’’ ऑनलाइन योजना से पढ़ाई कराई जायेगी। प्रदेश के 10 हजार स्कूलों का चयन किया जाकर स्मार्ट बनाया जाएगा। कोरोना संकट काल में भी शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित नहीं हों इसके लिये कई नवाचार किए जा रहे हैं।
कोरोना से बचाव के लिये सावधानियाँ है जरूरी
मंत्री श्री इंदर सिंह परमार ने सभी से अपील की कि जरूरी काम होने पर ही घर से निकलें। जब भी घर से बाहर निकलें मास्क जरूर लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। व्यक्तिगत स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें, बार-बार साबुन से हाथ धोएँ अथवा सेनेटाइज करें।