इंदौर जिले में मनाये जा रहे राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत महू तहसील के ग्राम दतौदा में किशोरी बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर हिमोग्लोबीन की जांच की गई। इस अवसर पर आयरन की गोलियां भी खिलाई गई तथा उन्हें बताया गया कि आयरन की गोलियां अथवा लौह तत्व की पूर्ति के लिये खाद्य पदार्थ के सेवन के बाद विटामीन सी का सेवन जरूर करें। आंगनवाड़ी केंद्र पर आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान हरी पत्तेदार सब्जियां भी प्रदर्शित की गई जिनको खाने से शरीर में लौह की कमी पूरी होती है तथा हिमोग्लोबीन का स्तर भी बढ़ता है।
महिला एवं बाल विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार महिलाओं और किशोरी बालिकाओं को बताया गया कि खून की कमी को पूरा करने के लिये सुरजना की फलियां, मटर, रागी, बाजरा, हरी पत्तेदार सब्जियां, गुड़, गहरे हरे रंग वाली पत्तागोभी, आलू, गोभी, दालें, शलगम, सूरजमुखी व कद्दू के बीज और अनानास के अलावा सूखे मेवे विशेषकर खजूर, आडू तथा किशमिश से अधिक लौह तत्व प्राप्त कर सकते हैं। उन्होने बताया कि यदि लोहे के बर्तन जैसे कढ़ाई में खाना पकाएं तो इससे भी लौह तत्व प्राप्त होता है। पचास प्रतिशत से अधिक महिलायें और किशोरी बालिकायें आज भी खून की कमी की समस्या से पीडित हैं। इसके कारण विशेषकर गर्भवती महिलाओं को काफी दिक्कतें आती हैं। इसलिये हिमोग्लोबीन की कमी को प्राकृतिक रूप से अर्थात खाद्य पदार्थों के सेवन से पूरा करवाने पर सबसे ज्यादा बल दिया जाता है। इसके साथ ही आवश्यकता पड़ने पर आयरन की गोलियां भी देते हैं। कार्यक्रम में अनेक महिलायें और बालिकायें उपस्थित थीं। इस दौरान कोरोना से बचाव के तहत मुंह पर मास्क और सामाजिक दूरी का भी ध्यान रखा गया।
राष्ट्रीय पोषण माह................ किशोरी बालिकाओं और महिलाओं के हिमोग्लोबीन की जांच
Friday, September 11, 2020
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