Type Here to Get Search Results !

प्रधानमंत्री श्री मोदी के जन्म दिवस के अवसर पर जनकल्याण कार्यक्रमों की श्रृंखला

16 से 23 सितम्बर तक प्रतिदिन होंगे हितग्राही लाभान्वित, कोरोना काल में प्रारंभ तकनीक का उपयोग जारी रहे : मुख्यमंत्री श्री चौहान


मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने 16 सितम्बर को होने वाले मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना अन्न उत्सव और 17 सितम्बर से प्रधानमंत्री श्री मोदी के जन्मदिवस पर एक सप्ताह के जनकल्याण कार्यक्रमों के आयोजन की तैयारियों की गत दिवस भोपाल में समीक्षा की। कार्यक्रमों के जिला स्तर पर आयोजन के स्वरूप के संबंध में विस्तृत निर्देश भी दिए गए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कलेक्टर्स को जनकल्याण कार्यक्रमों की श्रृंखला को सफल बनाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 16 सितम्बर को लाइव कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश के 37 लाख नवीन उपभोक्ताओं को पात्रता पर्ची और राशन पैकेट प्रदान करने का कार्य इन लोगों की जिन्दगी बदलने का अभिनव प्रयास है। यह किसी एक विभाग का कार्यक्रम न होकर राज्य सरकार का महत्वपूर्ण अभियान है, जिसे ग्रामीण विकास, राजस्व, कृषि और अन्य सभी विभाग भी सफल बनाने के लिए जुट जाएं। प्रति सदस्य पाँच किलो गेहूँ, चावल के साथ ही प्रति परिवार एक किलो नमक और 1.5 लीटर केरोसीन का वितरण किया जाएगा। लाभार्थियों को नवम्बर 2020 तक पी.एम.जी.के.ए.वाय. में प्रति सदस्य पाँच किलो अतिरिक्त खाद्यान्न और एक किलो दाल प्रति परिवार नि:शुल्क प्राप्त होगी। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस उपस्थित थे।
      मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना काल में तकनीकी के सार्थक उपयोग से जनकल्याणकारी कार्यक्रमों का लाभ और संदेश अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस श्रृंखला में प्रदेश के स्ट्रीट वेण्डर्स के कल्याण और प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को गृह प्रवेश के कार्यक्रम प्रधानमंत्री श्री मोदी के संबोधन और हितग्राहियों से बातचीत के साथ सफलतापूर्वक सम्पन्न हुए हैं। यह सिलसिला जारी रहेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि तकनीक की सहायता से सोशल मीडिया, इलेक्ट्रानिक मीडिया, वेबकास्ट जैसे माध्यम प्रदेश के नागरिकों को इन कार्यक्रमों से जोड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अधिक से अधिक लोगों को जोड़कर रिकार्ड स्थापित किया जाए। इसके लिए प्री-रजिस्ट्रेशन के माध्यम से अधिकाधिक लोगों को जोड़ा जाए। यह सरकारी कार्यक्रमों को पारदर्शिता के साथ लागू करने का भी सशक्त माध्यम है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति श्री फैज अहमद किदवई को अन्न उत्सव के संबंध में जिला स्तर पर की जा रही तैयारियों की समीक्षा करने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कुछ कलेक्टर्स से चर्चा कर अन्न उत्सव की तैयारियों की जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर बताया गया कि जिला स्तर पर अन्न उत्सव में 200 हितग्राही सहित कुल 300 लोग शामिल होंगे। जिला स्तर पर कार्यक्रम पूर्वान्ह 11.30 से 12.15 बजे तक रहेगा। राज्य स्तरीय कार्यक्रम 12.30 बजे से प्रारंभ होगा जो लगभग 50 मिनिट चलेगा। जिलों में राशन की दुकान के स्तर पर हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाएगा।


 17 से 23 सितम्बर को होने वाले जनकल्याण के कार्यक्रम

     प्रधानमंत्री श्री मोदी के जन्मदिवस के दिन 17 सितम्बर को प्रदेश के आंगनवाड़ी केन्द्रों में दुग्ध वितरण का कार्य होगा। चिन्हित किए गए कुपोषित बच्चों को इसका लाभ दिलवाया जाएगा। प्रदेश में करीब 4 लाख ऐसे बच्चों की पहचान की गई है। प्रदेश में 18 सितम्बर को 22 लाख 51 हजार किसानों को फसल बीमा की राशि के 4 हजार 688 करोड़ रूपए वितरित किए जाएंगे। इसी तरह 19 सितम्बर को लगभग 30 हजार वनाधिकार पट्टों का वितरण किया जाएगा। प्रदेश के करीब 47 जिलों के पात्र वनवासी हितग्राही इसका लाभ लेंगे। स्व-सहायता समूहों को 20 सितम्बर को लाभान्वित किया जाएगा। इन्हें सशक्तीकरण के लिए करीब 150 करोड़ रूपए की राशि प्रदान की जाएगी। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र के स्ट्रीट वेण्डर्स को 10 हजार रूपए की ऋण राशि प्रदान करने के लिए 21 सितम्बर को कार्यक्रम होंगे। इसी तरह 22 सितम्बर को प्रदेश के 16 हजार 184 मेधावी बच्चों के खातों में 25 हजार रूपए के मान से लेपटॉप के लिए राशि का अंतरण किया जाएगा। इस कार्यक्रम से बच्चों के अभिभावक, शिक्षक भी जुड़ेंगे। जनकल्याण कार्यक्रम में 23 सितम्बर को प्रधानमंत्री किसान योजना के हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाएगा। इस कार्यक्रम से सहकारी संस्थाएं जुड़कर प्रदेश में करीब 900 स्थानों पर कार्यक्रम का संयोजन करेंगी।
     मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिये हैं कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के आव्हान के अनुरूप सभी कार्यक्रमों में सिंगल यूज प्लास्टिक और पानी की बोतल का उपयोग नहीं किया जाये। मध्यप्रदेश को गरीब कल्याण के इन कार्यक्रमों की दृष्टि से उदाहरण बनाया जाए। सभी विभाग पूरी क्षमता से इन कार्यक्रमों कोक्रियान्वित करने में सहयोग करें। कोरोना काल में इस तकनीक का अधिकतम लाभ लिया जाए। कलेक्टर सभी कार्यक्रमों का समन्वय और संयोजन करें।


 


 


Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.