सांवेर क्षेत्र में एक भी हल्का नहीं रहेगा लंबित
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत खरीफ-2019 में बीमित इंदौर जिले के लंबित 60 हल्कों में से 52 हल्कों के किसानों को शीघ्र ही बीमा दावा राशि का भुगतान किया जायेगा। मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट की पहल पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत खरीफ-2019 के फसल कटाई प्रयोगों के आंकड़ों में हुई विसंगति के निराकरण हेतु फसल बीमा से जुड़े अधिकारियों की गत दिवस बैठक आयोजित हुई। बैठक में इफको टोकियो बीमा कंपनी के प्रतिनिधि श्री राहुल गुप्ता, सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख श्री महेन्द्र गौड़, उप संचालक कृषि श्री रामेश्वर पटेल, राजस्व निरीक्षक श्री धमेन्द्र शर्मा एवं कृषि विकास अधिकारी श्री डी.के. तिवारी के पाँच सदस्यों की समिति द्वारा लंबित 52 हल्कों का अवलोकन किया गया। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत खरीफ-2019 के 52 हल्कों में आपत्ति की गई थी, जिससे इन हल्कों के किसानों को दावा राशि का भुगतान नहीं हो पाया था। इनमें सांवेर विधानसभा के 14 हल्के शामिल हैं। लंबित हल्कों के निराकरण होने से सांवेर क्षेत्र के सभी हल्कों की दावा राशि का भुगतान हो जायेगा।
समिति द्वारा 52 हल्कों के अवलोकन में पाया गया कि फसल बीमा कंपनी के पत्रक में गट्ठों का वजन किया गया एवं उसी दिन सुखवन अनुमान के आधार पर दर्ज किया गया। कटाई के दिन ही गट्ठों का वजन लिखा गया एवं उसी दिनांक को सोयाबीन फसल के सूखे दानों का वजन दर्ज किया गया। बीमा कंपनी के पत्रक पर को-विटनेस फार्म पर प्रमाणित सील नहीं पायी गई। अधीक्षक भू-अभिलेख शाखा इंदौर द्वारा फसल कटाई हेतु जो पत्रक उपलब्ध कराये गये वे शासकीय अमले द्वारा सही भरे गये पत्रक-एक एवं पत्रक दो में फसल कटाई एवं सुखवन की तारीख अलग-अलग दर्ज है। लगभग 6 से 7 दिन का अंतर है जो सही है।
फसल बीमा कंपनी द्वारा भरे गये पत्रक में को-विटनेस की पद मुद्रा नहीं होने तथा फसल कटाई में गट्ठों का वजन तथा सुखवन की दिनांक एक ही होने से वजन का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं बनता है। समिति द्वारा अंतिम रूप से निर्णय लिया गया कि अधीक्षक भू-अभिलेख इंदौर से प्राप्त प्रारूप-दो को मान्य करते हुए संबंधित पटवारी हल्कों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत खरीफ-2019 की फसल कटाई प्रयोगों के आंकड़ों के अनुसार दावा राशि का भुगतान पात्र कृषकों को किया जाये।
उल्लेखनीय है कि विगत दिनों मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत जिले के 60 हजार किसानों के बैंक खातों में एक साथ 127 करोड़ रूपये की राशि बतौर फसल खराबी के बीमा-दावा के रूप में जमा करायी गई। जिले में सांवेर विधानसभा क्षेत्र के 20 हजार किसानों के बैंक खातों में 50 करोड़ रूपये की राशि जमा हुई।