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मैं अपने प्रदेश को सुपोषित प्रदेश बनाने के लिये प्रतिबद्ध हूँ : मुख्यमंत्री श्री चौहान

बालिकाओं-महिलाओं के विरूद्ध हिंसा और अपराध सहन नहीं किया जाएगा, आठ लाख बच्चों को दूध वितरण आरंभ, मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया पोषण महोत्सव का शुभारंभ, प्रधानमंत्री श्री मोदी के जन्मदिन से आरंभ हुआ गरीब कल्याण सप्ताह


मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर प्रदेश में 8 लाख बच्चों को दूध वितरण आरंभ कर राज्यव्यापी पोषण महोत्सव का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली लक्ष्मी योजना की 3 लाख 56 हजार 443 बालिकाओं को 75 करोड़ 55 लाख रूपये की राशि सिंगल क्लिक से उनके खाते में अंतरित की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सुपोषित प्रदेश के निर्माण के लिये राज्य स्तरीय पोषण प्रबंधन रणनीति जारी करते हुए प्रदेशवासियों को पोषण संकल्प दिलाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 601 नवीन आंगनवाड़ी भवनों का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि केवल प्रदेश ही नहीं पूरे देश के लिये आनंद और प्रसन्नता का अवसर है कि लोकप्रिय जननायक और देशवासियों की आशा के केन्द्र हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आज जन्मदिवस है। उन्होंने प्रदेश की 8 करोड़ जनता की ओर से प्रधानमंत्री को जन्मदिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी ने निर्धन, निराश्रित, कमजोर की सेवा को अपना संकल्प बनाया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी भारत के लिये भगवान का वरदान हैं। श्री मोदी के जन्मदिवस से प्रदेश में गरीबों के कल्याण के लिये अनेक कार्यक्रम आरंभ किये जा रहे हैं। आगामी संपूर्ण सप्ताह गरीब कल्याण सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंत्रालय भोपाल से गरीब कल्याण सप्ताह का शुभारंभ राज्यव्यापी पोषण महोत्सव से किया। पोषण महोत्सव 97 हजार से अधिक आंगनवाड़ी केन्द्रों पर एक साथ मनाया गया। प्रदेश की 23 हजार 922 ग्राम पंचायत मुख्यालयों, 378 नगरीय निकायों के 6 हजार से अधिक वार्डों, 313 जनपद पंचायतों और जिला मुख्यालयों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। ग्राम पंचायतों में ग्रामों की पोषण प्रबंधन रणनीति और वार्डों में वार्ड की पोषण प्रबंधन रणनीति जारी की गई। वर्चुअल आधार पर आधारित इस कार्यक्रम का प्रसारण दूरदर्शन सहित सभी प्रमुख चैनलों पर किया गया। इसके साथ ही ट्वीटर, फेसबुक तथा बेवकास्ट से भी बड़ी संख्या में लोग कार्यक्रम से जुड़े।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी गौरवशाली, शक्तिशाली और वैभवशाली भारत के निर्माता हैं। उन्होंने जो भी कार्य किया वह पूरी तन्मयता और दूरदृष्टि के साथ किया। देश की सीमाओं की रक्षा हो, आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की संकल्पना हो या गरीबों के कल्याण और विकास के लिये चलायी जाने वाली योजनाएँ, प्रधानमंत्री श्री मोदी की दक्ष नेतृत्व क्षमता हर गतिविधि में परिलक्षित होती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीबों की चिंता करने वाले ऐसे यशस्वी प्रधानमंत्री के जन्मदिन से राज्य सरकार ने गरीब कल्याण सप्ताह के अंतर्गत जन-जन की भलाई के कार्यक्रम संचालित करने का निर्णय लिया है।
अब पोषण सरकार - आंगनवाड़ी में होंगे पोषण मटके
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पोषण प्रबंधन रणनीति के माध्यम से पोषण सरकार पर कार्य करना आरंभ किया जा रहा है। हमारा यह मानना है कि कुपोषण मुक्ति की लड़ाई में समाज का साथ मिलना जरूरी हैं। इसके लिये हर गाँव में अन्नपूर्णा पंचायत बनाई जाएगी। जिसमें पंचायत, नगरीय निकाय, स्व-सहायता समूह, स्कूल प्रबंधन समिति, वन प्रबंधन समिति सहित अन्य लोगों को जोड़ा जाएगा। पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर निगरानी रखना इस पंचायत का काम होगा। श्री चौहान ने प्रत्येक गाँव में पोषण मटके रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी में रखे इन मटकों में सक्षम परिवारों के सहयोग से फल, सब्जी, अनाज आदि एकत्र किया जाएगा। कमजोर बच्चों एवं महिलाओं के पोषण स्तर को बढ़ाने के लिये इनका उपयोग किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि मुख्यमंत्री निवास में लगी पोषण वाटिका से फल और सब्जियाँ पास की आंगनवाड़ी के पोषण मटके में जाएं।
''''रोटी बनाओ-कंडा थापो की जगह बेटा-बेटी बराबर मानो''''
मुख्यमंत्री श्री शिवराज चौहान ने कहा कि ''''रोटी बनाओ-कंडा थापो की जगह बेटा-बेटी बराबर मानो'''' की सोच स्थापित करने और बेटियों के प्रति समाज की मानसिकता बदलने के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना आरंभ की गयी थी। मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि जिन बेटियों को में गोद में लेकर एनएससी दी वे आज 9वीं 10वीं कक्षा में पढ़ रहीं हैं और डॉक्टर व कलेक्टर बनने का सपना देख रहीं हैं। बेटियों को बराबरी के अवसर उपलब्ध कराने के लिये हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। इसी उद्देश्य से उनके जन्म से लेकर रोजगार और विवाह तक हर स्तर पर उनकी सहायता व कल्याण के लिये योजनाएँ संचालित की गयी हैं। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में बालिकाओं एवं महिलाओं के विरूद्ध हिंसा सहन नहीं की जाएगी। ऐसी कृत्य करने वालों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही होगी। बेटियों, बहनों और माताओं का सम्मान, सुरक्षा और समानता का भाव सर्वोपरि है।
आठ लाख बच्चों को मिलेगा दूध
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के 8 लाख कुपोषित अथवा कम पोषित बच्चों के लिए मीठे दूध पाउडर का वितरण प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस से आरंभ किया जा रहा है। प्रतिदिन दूध के सेवन से यह कुपोषित बच्चे जल्द ही सुपोषित होंगे।
मुख्यमंत्री ने किया 601 आंगनवाड़ी केन्द्रों का लोकार्पण
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना काल में विभिन्न गांवों में आए प्रवासी मजदूरों द्वारा निर्मित 601 आंगनवाड़ी भवनों का सिंगल क्लिक से लोकार्पण भी किया।
मुख्यमंत्री ने दिलाया पोषण संकल्प
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पोषण रणनीति का प्रभावी क्रियान्वयन कर प्रदेश को एनीमिया व कुपोषण से मुक्त करा कर विकास की ओर अग्रसर करने तथा सुपोषित प्रदेश बनाने के लिए पोषण संकल्प दिलाया।
प्री-प्रायमरी एजुकेशन की जिम्मेदारी अब आंगनवाड़ियों को
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत 6 साल तक के बच्चों के प्री-प्रायमरी एजुकेशन की जिम्मेदारी अब आंगनवाड़ियों को सौंपी जा रही है।
मंत्रालय में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास श्री अशोक शाह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने आंगनवाड़ी केन्द्रों को बाल शिक्षा केन्द्र के रूप में विकसित करने की आवश्यकता बतायी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर प्रदेश के विभिन्न स्थानों की बालिकाओं और महिलाओं से भी बातचीत की। उन्होंने आंगनवाड़ी संचालन, लाड़ली लक्ष्मी योजना के संबंध में जानकारी ली।
दीया सुमन ने कहा कलेक्टर बनूंगी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्योपुर जिले की पांडोला ग्राम पंचायत की कक्षा 6वीं की विद्यार्थी सुश्री दीया सुमन से बात की। लाड़ली लक्ष्मी योजना की हितग्राही दीया 6वीं कक्षा में पढ़ती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान के दीया से पूछा कि वह बड़ी होकर क्या बनना चाहती है। दीया ने कहा कि मामा मैं तो कलेक्टर बनूंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सबसे बड़ी ताकत प्रयास करने में है, तुम मन से कोशिश करो सफलता अवश्य मिलेगी।
खुशी से बात कर सीएम की खुशी का ठिकाना न रहा
ग्वालियर जिले के डबरा विकासखंड की सहोना ग्राम पंचायत की कक्षा 9वीं की बालिका खुशी परिहार से मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बातचीत की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुझे वह समय याद आ रहा है जब रायसेन में छोटी सी बेटी को गोद में लेकर मैंने पहली एन.एस.सी. प्रदान की थी। आज यह बेटियां कक्षा 9वीं, 10वीं में पढ़ रही हैं। यह क्षण मेरे लिए व्यक्तिगत संतोष और अपार प्रसन्नता का क्षण है। खुशी ने मुख्यमंत्री से कहा कि वह बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां चाह होती है वहीं राह निकलती है।
पोषण आहार का पैकेट खिलाती भी हो या पटक देती हो
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्वालियर जिले के डबरा विकासखंड की ग्राम पंचायत सहोना के आंगनवाड़ी जाने वाले बालक श्री बलदेव यादव की माँ श्रीमती पूजा यादव से बात की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्रीमती पूजा यादव से पूछा कि आंगनवाड़ी समय पर खुलती है या नहीं। उन्होंने यह भी पूछा कि आंगनवाड़ी से पोषण आहार का जो पैकेट मिलता है, वो बलदेव को खिलाती भी हो या कहीं पटक देती हो। उन्होंने कहा कि बच्चे के खान-पान में पोषण का ध्यान जरूरी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पूजा सहित सभी बहनों को बच्चों का टीकाकरण समय पर कराने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बच्चों और माताओं के स्वास्थ्य के लिए यह जरूरी है।
''''राम-राम मामा''''
बड़वानी जिले के पाटी विकासखंड की ग्राम पंचायत ओसाड़ा के आशीष सस्ते की माँ राहाबाई ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को स्क्रीन पर देखते से ही कहा ''''राम-राम मामा''''। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राहाबाई से आशीष के खान-पान की जानकारी ली। श्री चौहान ने कहा कि अब आंगनवाड़ी में बच्चों के लिए दूध पाउडर देना भी शुरू कर रहे हैं।
कोंदो कुटकी की पहचान देश-दुनिया में बना दी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तेजस्विनी समूह की श्रीमती रेखा पन्द्राम से कहा कि तुमने तो कोंदो कुटकी की पहचान देश-दुनिया में बना दी। डिंडौरी के स्व-सहायता समूह से बातचीत के दौरान श्रीमती रेखा पन्द्राम ने बताया कि कोंदो कुटकी से बने बर्फी, बिस्किट आदि की बिक्री मध्यप्रदेश पर्यटन के माध्यम से हो रही है। एक यूनिट को एक माह में 20 से 25 हजार रूपए का शुद्ध लाभ होता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के अन्य स्व-सहायता समूहों को इससे प्रेरणा लेकर स्थानीय खाद्य सामग्री से पौष्टिक आहार बनाने के लिए पहल करने को कहा।


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