लगातार 8 दिनों तक लिए जायेंगे सैंपल
कोरोना संक्रमण से अहम लड़ाई के लिए भोपाल में सीरो सर्वे शुरू किया गया है। इस सर्वे से यह ज्ञात होगा कि कोरोना संक्रमण के विरुद्ध कितने लोगों में एंटीबॉडी बनी हैं। इसके लिये शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में रेंडम सैंपल लिये जाने का काम आज से प्रारंभ हो गया है।
इन सभी सेंपलों को जांच के लिए भेजा जायेगा। लगभग 7 हजार 500 से अधिक सैंपल लिए जायेंगे। इन सेंपलों की जांच के बाद यह परिणाम आने की सम्भावना है कि ऐसे कितने लोग है जिनको कोरोना संक्रमण के लक्षण के बावजूद और जांच हुए बिना कोरोना संक्रमण के विरूद्ध उनमें एंटीबॉडी तैयार हो गए हैं। इसे हार्ड इम्यूनिटी कहा जाता है जिसमें व्यक्ति बीमार हुए बिना ही उसके शरीर में बीमारी के प्रति वायरस से लड़कर एंटीबॉडी तैयार हो जाती है।
कोविड-19 के विरूद्ध लड़ाई का यह अहम पड़ाव होगा। यदि 50 प्रतिशत से अधिक लोगों में एंटीबॉडी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो कोरोना संक्रमण को हराने में हम एक पायदान और आगे बढ़ जायेंगे और कम्युनिटी स्प्रेड पर काफी हद तक काबू पाया जा सकेगा।
आज भोपाल में एम्स हॉस्पिटल के पास एमराल्ड कॉलोनी में सीरो सर्वे के लिए आम लोगो के रेंडम एसटीआर पर ब्लड सैंपल लिए गए । यह सर्वे लगातार शहर के लगभग हर इलाके में किया जायेगा। जिसमें शहर के सात हजार 500 से अधिक लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जायेंगे। सर्वे उन क्षेत्रों में विशेष रूप से किया जा रहा है जहाँ कोरोना संक्रमण का फैलाव अधिक हुआ था और उन क्षेत्रों में जहाँ संक्रमण के बाद भी फैलाव का स्तर कम रहा या फिर कोरोना वायरस से लोगों को लक्षण ही नहीं आए लेकिन उनके शरीर में कोरोना के विरूद्ध एंटी बॉडी बन गए और वो सभी लोग कोरोना वॉरियर्स के रूप में लगातार कार्य कर रहे हैं।