इंदौर संभाग खरगोन जिले में गत 13 सितंबर को आयोजित हुई नीट परीक्षा के लिए मप्र शासन द्वारा विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्रों तक ले जाने व लाने के निर्देश दिए गए थे। निर्देशानुसार बसों की व्यवस्था भी की गई थी। इस परीक्षा में जिले से 814 विद्यार्थियों के लिए 30 बसें व 20 तूफान परीक्षा केंद्रों तक भेजे गए थे, लेकिन सेगांव विकासखंड के 9 विद्यार्थी नीट की परीक्षा देने से वंचित रह गए। बुधवार को कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी ने परीक्षा देने से वंचित हुए विद्यार्थियों, अभिभावकों व संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की।
जिला शिक्षा अधिकारी केके डोंगरे ने बताया कि जिन अधिकारियों को विद्यार्थियों के लिए व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए थे, उन दोषी अधिकारियों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने और जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिए गए। साथ ही कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा ने निर्देश दिए कि परीक्षा से वंचित रहे विद्यार्थियों को इंदौर या खरगोन में निःशुल्क कोचिंग व रहने की व्यवस्था करने के लिए शासन से सहयोग व आवश्यक स्वीकृति मांगी जाएगी। वहीं आदिम जाति कल्याण विभाग की योजना के तहत आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा छूटे हुए विद्यार्थी यदि प्रवेश लेना चाहते है, तो तत्काल जिला शिक्षा अधिकारी प्रवेश हर हाल में दिलाने की कार्यवाही करें।
जिला शिक्षा अधिकारी श्री डोंगरे ने बताया कि निर्देशानुसार दोषी अधिकारियों में विकासखंड शिक्षा अधिकारी सेगांव एमएल वर्मा, उत्कृष्ट विद्यालय सेगांव प्राचार्य संदीप कापरणिक, बस व्यवस्था में लगाए गए तीन शिक्षक प्राथमिक विद्यालय दसनावल के शिक्षक प्रिंस गुप्ता, कन्या मावि सेगांव की शिक्षिका श्रीमती दुर्गावती गुप्ता और प्राथमिक विद्यालय अचलवाड़ी श्रीमती की शिक्षिका गीता भटनागर शामिल है।