इंदौर संभाग के बड़वानी में शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आर. एन शुक्ल के मार्गदर्शन में संचालित हो रहे स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ से प्रतिदिन अभिभावक और विद्यार्थी ऑनलाइन तथा ऑफलाइन संपर्क करते हैं तथा ये जानना चाहते हैं कि प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से कॅरियर बनाने के लिए बारहवीं के बाद कौन से संकाय में प्रवेश लेना बेहतर होगा।
उन्हें जानकारी देते हुए कॅरियर सेल की टीम के कार्यकर्ताओं प्रीति गुलवानिया, किरण वर्मा, राहुल मालवीया, सलोनी शर्मा और कॅरियर काउंसलर डॉ. मधुसूदन चौबे ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए अतिरिक्त समय तथा निश्चिंतता की आवश्यकता होती है। यदि कोई विद्यार्थी बारहवीं के बाद बी. ए. करता है तो उसे महाविद्यालय में तीन-चार घंटे अध्ययन करना होगा, इसके अतिरिक्त समय का उपयोग प्रतियोगी परीक्षाओं के पाठ्यक्रम की तैयारी में किया जा सकेगा। साथ ही बी.ए. में इतिहास, राजनीति विज्ञान, भूगोल, अर्थशास्त्र, हिन्दी साहित्य, अंग्रेजी आदि विषयों का अध्ययन करने का अवसर मिलेगा, जिन पर आधारित प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। ऐसे में एक पंथ दो काज हो जाएंगे। बी. ए. की पढ़ाई प्रतियोगी परीक्षाओं में भी काम आयेगी। अतः जो विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं, उनके लिए बारहवीं के बाद बी.ए. में एडमिशन लेना बेहतर सिद्ध हो सकता है।
बड़वानी कॉलेज प्राचार्य की सलाह प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले सबसे पहले करें कला स्नातक
Tuesday, September 22, 2020
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