हरदा में की बाढ़ एवं राहत कार्यों की समीक्षा
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन को सामान्य स्थिति में लाना प्रदेश सरकार की पहली प्राथमिकता है। इसके लिये सभी आवश्यक उपाय किये जाएं। किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने हरदा कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बाढ़ एवं राहत कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये।
बैठक में मंत्री श्री पटेल ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सघन भ्रमण कर आमजन की समस्याओं का त्वरित निराकरण सुनिश्चित करें। जिन लोगों के मकानों को नुकसान हुआ है, उन्हें प्रारंभिक तौर पर बाँस-बल्लियाँ उपलब्ध कराने के निर्देश डीएफओ को दिये। उन्होंने कहा कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में जिनके मकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनके आवास की व्यवस्था सरकार कराएगी। आवश्यकता होने पर नियमों को शिथिल किया जाकर संशोधन भी किया जाएगा। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि भविष्य में बाढ़ प्रभावितों को बाढ़ की विभीषिका से बचाने के लिये सुरक्षित स्थानों पर बसाया जाएगा।
उन्होंने बैठक में बाढ़ के दौरान प्रशासन, मीडियाकर्मियों, जनप्रतिनिधियों, आमजन एवं सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा किये गये कार्यो की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सामुहिक प्रयासों का परिणाम है कि जिले में एक भी जनहानि नहीं हुई। श्री पटेल ने संकट की घड़ी में किये गये प्रयासों के लिये सभी को धन्यवाद दिया।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र जोगा में किया राहत सामग्री का वितरण
कृषि मंत्री श्री पटेल ने हरदा जिले के हंडिया तहसील के बाढ़ प्रभावित ग्राम जोगा में ग्रामीणों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं सरकार उनके साथ है। श्री पटेल ने 119 परिवारों को राहत सामग्री वितरित की। इनमें खाद्य सामग्री, कपड़े, जूते, बर्तन एवं अन्य उपयोगी वस्तुएं सम्मिलित है।
प्रत्येक परिवार के लिये 10 किलो आटा, 4 किलो चावल, 2 किलो तुवर दाल, 1 किलो मोगर दाल, 1 किलो शक्कर, 1 किलो नमक, 1 लीटर तेल, ढाई सौ ग्राम मिर्च, 200 ग्राम हल्दी, दो थाली, एक भगोना, 2 गिलास, परिवार के सभी सदस्यों को जूते-चप्पल, चड्डी-बनियान, टी-शर्ट, कम्बल, चादर, दरी महिलाओं के लिए साड़ी, बच्चों के लिए कपड़े दिये गये।