सभी पटवारी हफ्ते में 2 दिन अपने हलके के गाँवों में अनिवार्यत: मौजूद रहें, जिससे ग्रामीणों को राजस्व संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिये भटकना न पड़े। यह निर्देश उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण (स्वतंत्र प्रभार) एवं नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह ने ग्वालियर कलेक्ट्रेट कार्यालय में आयोजित विकास कार्यों कि समीक्षा बैठक में जिले के राजस्व अधिकारियों को दिए।
राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के ग्वालियर जिले में क्रियान्वयन की समीक्षा की। राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने प्रधनमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ सभी पात्र किसानों को दिलाए जाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि मंदिरों से लगी जमीन का दुरूपयोग कदापि न हो। ऐसी जमीन से होने वाली आय मंदिरों के रख-रखाव व सार्वजनिक उपयोग से संबंधित अधोसंरचना पर ही खर्च हो। राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने राजस्व अधिकारियों से कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में जहां सार्वजनिक रास्ते बंद है उनको तत्काल खुलवाए , जिससे लोगों को आवागमन में दिक्कत न हो। इसके लिये आरआई व पटवारी की जवाबदेही निर्धारित की जाए।
राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने फसलों की सही-सही गिरदावरी करने पर विशेष बल दिया। उन्होंने सभी राजस्व निरीक्षकों से कहा कि घर पर बैठकर नहीं, खेतों पर जाकर बोई गई फसल के अनुसार गिरदावरी करें। फसल गिरदावरी के आधार पर सरकार द्वारा उत्पादित अनाज के प्रबंधन, फसल उत्पादन में बढ़ोत्तरी एवं किसानों के हित में योजनाएँ बनाईं जातीं हैं।
राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार का आत्मनिर्भर भारत बनाने पर विशेष जोर है। आत्मनिर्भर भारत का सपना तभी साकार होगा जब हमारे किसान आत्मनिर्भर बनेंगे।
राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने बैठक में यह भी निर्देश दिए कि जिन मजरों-टोलों की आबादी 200 से अधिक है और गाँव से 2 किलोमीटर की दूरी पर हैं उन्हें राजस्व ग्राम घोषित कराएँ, जिससे इन मजरों-टोलों के निवासियों को भी सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल सके। बैठक में राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने जिले में नामांतरण, बँटवारा व सीमांकन सहित अन्य राजस्व गतिविधियों की समीक्षा भी की।