जहरीली गैस की जांच करने के बाद ही कुएं में उतरे
बालाघाट जिले में इन कम वर्षा हो रही है धान का रोपा लगाने के लिए किसान सिंचाई के लिए पंप सुधारने या अन्य कार्य में बिना किसी जांच के कुएं में उतर जाते है। कुएं में जहरीली गैस होने से उसमें उतरने वाले व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। ऐसी स्थिति से बचा जा सकता है, यदि कुएं में उतरने से पहले उसमें जहरीली गैस के होने की जांच कर ली जाये।
कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने जिले के किसानों से अपील की है कि वे जब भी सिंचाई संबंधी कार्य से कुएं में उतरना हो तो पहले जांच कर लें कि कुएं में कही जहरीली गैस तो नहीं है। कुएं में जहरीली गैस की जांच के लिए जलता हुआ दीपक रस्सी से बांधकर पानी की सतह के पास तक ले जायें। यदि दीपक बुझ जाये तो समझ लें कि कुएं में जहरीली गैस है। ऐसी स्थिति में कुएं से जहरीली गैस को बाहर निकालने का प्रयास करें। जहरीली गैस को बाहर निकालने के लिए छाते को फैलाकर उल्टा कर रस्सी से बांधकर कुंए के पानी की सतह तक ले जायें और वहां की हवा को बाहर निकालें। ऐसा बार-बार करने से कुएं के अंदर की जहरीली गैस बाहर आ जायेगी। इसके बाद पुन: जलते हुए दीपक को पानी की सतह तक ले जाकर देखें कि वह जल रहा है या नहीं। कुएं में जहरीली गैस नहीं होगी तो दीपक पानी की सतह के पास जाने पर भी बुझेगा नहीं और जलता रहेगा। कुएं से जहरीली गैस निकालने के लिए ऊपर से पानी का छिड़काव भी किया जा सकता है। लेकिन कुएं में उतरने से पहले दीपक वाला प्रयोग जरूर कर लें। इस सावधानी से अनहोनी घटना को टाला जा सकता है और किसान के परिवार को मुसीबत से बचाया जा सकता है।