कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा के निर्देशन में जिला स्तरीय डायग्नोस्टिक टीम का गठन किया है। खरीफ फसलों की स्थिति (कीट व्याधि से नुकसान) का फील्ड बिजिट कर निरीक्षण किया गया।
टीम में उप संचालक कृषि श्री पी.सी. पटेल, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र डॉ. अशोक सिंह यादव, सहायक संचालक कृषि श्री बी.डी. नावरिया, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री अनेक सिंह तौमर द्वारा भ्रमण के समय उपस्थित रहे।
मुरैना गॉव के पुरा पर श्री रामनरेश कुशवाह द्वारा बनाये गये गोबर गैस प्लांट का निरीक्षण किया, संयंत्र चालू था। नियमित गोबर डालने एवं स्लरी के उपयोग करने की सलाह दी एवं फसलों में बाजरा, तिल, अरहर एवं गेंदा की खेती का निरीक्षण किया। इसके बाद सहराना, देवरी, मुँगावली एवं सेठवारी का पुरा पर फसलों का अवलोकन किया, फसलों में कोई नुकसान नहीं था। अरहर एवं ग्वार की फसलें अच्छी थीं। विकासखण्ड जौरा के ग्राम हड़बांसी में कृषक श्री अवधेश शर्मा जी की अरहर फसल का अवलोकन किया, फसल बहुत अच्छी थी, ग्वार एवं बाजरा भी अच्छी थी।
विकासखण्ड जौरा के ग्राम उरहेरा में बाबा अम्बेडकर स्व सहायता महिला समूह द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद तैयार की गई है तथा पैकिट बनाये जा रहे हैं एवं सिलाई-कढ़ाई का कार्य महिलाओं द्वारा किया जा रहा है। वर्मी कम्पोस्ट बहुत अच्छी थी।
विकासखण्ड पहाड़गढ़ के बुढ़हेरा ग्राम में कृषक श्री रामहेत पुत्र जोधाराम त्यागी एवं आशीष पुत्र सत्यानारायण त्यागी की धान फसल किस्म 1509 एवं बासमती धान का अवलोकन किया। धान में किसी भी प्रकार की कीट व्याधि का प्रकोप नहीं था। कृषकों को भविष्य में कीट या रोग लगने पर पौध संरक्षण दवाओं के बारे में डॉ. अशोक यादव जी के द्वारा जानकारी दी एवं मोबाइल नम्बर कृषक को दिया। कृषक का नम्बर लिया। बाजरा, ज्वार, अरहर तिल का अवलोकन किया फसल ठीक थी।
विकासखण्ड कैलारस के ग्राम भटपुरा पर कृषक भवूतीराम पुत्र श्री नेतराम त्यागी एवं रघुवीर प्रसाद पुत्र मूॅगाराम त्यागी की धान, ज्वार, बाजरा फसल का निरीक्षण किया। मात्र ज्वार के एक-दो पौधे टॉपसूट बारेट से प्रभावित दिखे। कृषक से उन पौधों को नष्ट करवाया एवं दवा क्लोरोपायरीफास का छिड़काव करने की सलाह दी। श्री रामदीन त्यागी के खेत पर गन्ना फसल का निरीक्षण किया। ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी मुन्नालाल शर्मा ने भ्रमण कराया।
विकासखण्ड कैलारस के ग्राम सेमई सिमरोधा एवं ऐंचोली में ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी रामगोपाल आर्य द्वारा डॉ, गजराज सिंह की ग्वार एवं विष्णु धाकड़ की तिल फसल का निरीक्षण दल द्वारा किया गया। फसलें अच्छी थीं। कीटव्याधि का प्रकोप नहीं था। इसके बाद नहर पर होते हुए सरैठ, परबतपुरा, चिन्नौनी चम्बल, कोल्हूडांडा, सुखपुरा, उत्तमपुरा, ताजपुर, लखनपुरा, पंचमपुरा, पठानपुरा, लौहरीपुरा, देवगढ़, नंदपुरा एवं देवरी, हिंगौना आदि ग्रामों की फसलों का डायग्नोसिस टीम द्वारा भ्रमण किया गया एवं फोटो लिये गये। फसलों की स्थिति बहुत अच्छी है, कहीं पर कीट एवं रोग का प्रकोप नहीं दिखा।