धर्मगुरुओं की सभी भोपालवासियों से अपील
सभी भोपाल वासियों से धर्मगुरुओं ने आग्रह किया है कि घरों में विराजे गणेश जी का विसर्जन घर पर ही करें। गणेश चतुर्थी के दिन जिले में अधिकांश परिवारों ने खुद बनाई गई प्रतिमा को स्थापित किया है। अपने गणेश-अपने घर मुहिम के तहत गणेश की प्रतिमा का विसर्जन करें और उसके बाद मिट्टी के गमले या क्यारी में बिखेर दें।
मेरे गणेश-मेरे घर अभियान के अंतर्गत शहर में मिट्टी की बनी इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमाओं को घर में ही पानी से भरे हुए पात्र में विसर्जित करें। प्रतिमा के घुल जाने के बाद उस जल को घर के बगीचे या समीप के पीपल, आम आदि के पेड़ो में डाल दें।
गुफा मंदिर के महंत श्री चंद्रमा दास त्यागी ने सभी शहर वासियों से अपील कि है कि सनातन परम्परा और शैली में विसर्जन का विशेष महत्व है। हम ईश्वर को आराध्य और भक्ति भाव से विराजित करते हैं और भगवान को जल में प्रवाहित करते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना महामारी के चलते शहर मे कहीं भी गणेश पंडाल एवं झाकियाँ नही लगाई गयी हैं। सभी भक्तों ने घर में ही मुर्तियाँ स्थापित की है। मूर्तियों को विसर्जन करने के लिये शासन ने जो गाईड लाईन जारी की है, उसके दृष्टिगत सार्वजनिक रूप से नदियों, तालाबों समेत अन्य स्रोतों पर आम जनता को एकत्रित होना प्रतिबंधित किया गया है। उन्होंने सभी शहर वासियों से अपील की है कि मूर्ति विसर्जन घर पर ही करें। वैकल्पिक तौर पर नगर निगम द्वारा मूर्तियों को वार्ड वार, वाहनों में एकत्र कर विसर्जन करने की व्यवस्था की गई है। सभी श्रद्धालुगण गणेश प्रतिमा को विसर्जित करें।
पंचमुखी हनुमान मंदिर के महंत महामंडलेश्वर श्री भूषण दास ने सभी भोपाल वासियों से आग्रह किया है कि मिट्टी की बनी इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमाओं को विधि पूर्वक पूजन करने के बाद घर में ही पानी से भरे हुए पात्र में विसर्जित करें। प्रतिमा के घुल जाने के बाद उस जल को घर के बगीचे या समीप के पीपल, आम आदि के पेड़ो में डाल दें। इस तरह ना सिर्फ हम अपनी धार्मिक परंपराओं का निर्वहन करेंगे बल्कि शहर में कोरोना संक्रमण के फैलाव को भी रोकेंगे। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जिला-प्रशासन ने यह व्यवस्था की है और हम सभी की यह जिम्मेदारी है कि हम इसमें अपना सहयोग दें।
शहर के धर्मगुरुओं ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान वर्तमान परिस्थितियों और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पूजन कार्य घर ही संपादित करना है। कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने और भीड़-भाड़ से बचने के लिए यह आवश्यक है।