जलभराव क्षेत्र से आम लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया और जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार जिले का भ्रमण कर रहे हैं। रात्रि 1 बजे से क्षेत्र में क्रियाशील है। राहत और बचाव कार्यों का निर्देशन कर रहे हैं। बाढ़, अतिवृष्टि, प्राकृतिक आपदा की स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीम और बचाव दल शहर की निचली बस्तियों और ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन से जलभराव स्थान में फँसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने का कार्य सतत् रूप से किया जा रहा है। बचाव दल द्वारा समरधा, कलियासोत के टोला में कलियासोत नदी, परवलिया, 11 मिल क्षेत्र, बैरसिया क्षेत्र के कुछ इलाकों में जलभराव होने से लगभग 110 लोगों को अवंतिका हॉयर सेकेंडरी विद्यालय, समरधा में सहित अन्य जगहों पर शिफ्ट कराया गया। जिले में अलग- अलग जगहों पर 85 से अधिक व्यक्तियों और 50 से अधिक जानवरो को जिला प्रशासन के नेतृत्व में होम गार्ड, एसडीआरएफ के जवानों ने रेस्क्यू कर परिवार सहित पशुओं को भी बचाव दल द्वारा सुरक्षित बचाया। भोपाल जिले में पिछले कई घंटों से निरंतर बारिश होने से नदी, नाले, मजरे डोले, निचली बस्तियों और ग्रामीण क्षेत्रों में जल भराव से आम लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की कार्यवाही लगातार रेस्क्यू टीम, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, होमगार्ड सहित सामाजिक संगठनों द्वारा की जा रही है। वहीं जिला प्रशासन द्वारा निरंतर बाढ़, आपदा, जलभराव जैसी अप्रिय घटनाओं पर नियंत्रण कक्ष से सतत निगरानी रखी जा रही है। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री ने बाढ़ नियंत्रण कक्ष को 24 घंटे कार्यरत रखने के निर्देश दिए हैं।उन्होंने नियंत्रण कक्ष में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों कहा कि वह 24 घंटे नियंत्रण कक्ष में उपस्थित रहे। किसी भी अप्रिय घटना की सूचना प्राप्त होने पर अथवा आशंका होने पर वरिष्ठ अधिकारी को सूचना दें। |