आयुष राज्य मंत्री श्री रामकिशोर कावरे ने की समीक्षा
आयुष राज्य मंत्री श्री रामकिशोर कावरे ने कहा है कि आयुष विभाग से संबद्ध प्रदेश के सभी महाविद्यालय स्वशासी फण्ड से आवश्यकतानुसार स्मार्ट-रूम विकसित करें। शिक्षक महाविद्यालय में आकर ऑनलाइन क्लास लें। साथ ही उन्होंने प्रोफेसर और प्रिंसिपल को भी समय-समय पर क्लास लेने के निर्देश दिये।
श्री कावरे गुरुवार को आयुष संचालनालय में प्रदेश के आयुर्वेदिक, होम्योपैथी और यूनानी महाविद्यालयों की गतिविधियों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में सचिव एवं आयुक्त डॉ. एम.के. अग्रवाल सहित महाविद्यालय के प्राचार्य और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
राज्य मंत्री श्री कावरे ने निर्देश दिये कि सितम्बर माह में दूसरा वेबिनार आयोजित किया जाये, जिसमें विषय-विशेषज्ञों को शामिल किया जाये। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा जाये कि वेबिनार अलग-अलग विषयों पर हो। वेबिनार के संबंध में महाविद्यालय के प्राचार्य और आयुष अधिकारियों को भी जानकारी हो। वेबिनार एक सप्ताह में दो अथवा तीन-तीन दिन के अंतराल में आयोजित किये जायें।
श्री कावरे ने ऑनलाइन क्लासेस के संबंध में निर्देश दिये कि शिक्षक ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं या नहीं, इसकी जानकारी कॉलेज प्राचार्य को हो। साथ ही कितने विद्यार्थी उसमें शामिल हो रहे हैं, इसकी भी मॉनीटरिंग की जाये। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय और शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में समग्र प्रयास किये जाने चाहिये।
राज्य मंत्री श्री कावरे ने निर्देश दिये कि अनुसंधान की दिशा में भी प्रयास किये जाने होंगे। आयुष की पहचान 'पंचकर्म' पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इसके लिये मसाजर की ट्रेनिंग आयोजित की जाये। दवासाज को भी दवाइयाँ रखने एवं वितरण करने की जानकारी दी जाये। उन्होंने कहा कि यूनानी और आयुर्वेदिक फॉर्मेसी के उन्नयन पर भी ध्यान देना होगा। साथ ही सभी कॉलेज के छोटे फॉर्मेसी का उन्नयन भी करें।
बैठक में समयमान वेतनमान, परिवीक्षा अवधि, गोपनीय चरित्रावली, भवन निर्माण, अटेचमेंट, वेलनेस सेंटर, साफ-सफाई और सुरक्षा व्यवस्था सहित साधारण सभा पर भी चर्चा की गई।