पंचायत भवनों को सामाजिक गतिविधियों का केन्द्र बनाने से खुश हैं रायसेन के ग्रामीण
अब रायसेन जिले की पंचायते सरकारी कामकाज का ही केंद्र नहीं रही- वे ग्रामीणों में ज्ञान, विज्ञान, खेलकूद, मनोरंजन के साधन ,सामाजिक सरोकारों के साथ हर जरूरी जानकारी का स्त्रोत भी बन रही है।जरूरत के वक्त आप यहाँ रात्रि विश्राम भी कर सकते है। रायसेन जिले में पंचायतों के कायाकल्प की शानदार कोशिश हुई है, जनप्रतिनिधि के साथ ही गांव वाले भी इस बदलाव में सहभागी बन रहे है।लक्ष्य है कि 15 अगस्त तक सभी 491 ग्राम पंचायतो का कायाकल्प हो जाये।
संभागायुक्त भोपाल श्री कवींद्र कियावत ने रायसेन जिले में पंचायतों के इस स्वरूप की सराहना की है। उन्होंने कलेक्टर से कहा है कि पूरे जिले में इस मुहिम को चलाया जाए, उन्होंने कहा कि ग्राम स्वराज की अवधारणा भी यही है।
कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने बताया कि रायसेन जिले के ग्रामों में पंचायत भवनों का सुदृढ़ीकरण करते हुए सामाजिक गतिविधियों का केन्द्र बनाया जा रहा है। पंचायत भवनों को शासकीय योजनाओं व ग्रामों की विभिन्न गतिविधियों को संचालित करने के मंच के रूप में विकसित किया गया है। ग्रामवासियों की सामाजिक जागरूकता, शारीरिक एवं बौद्धिक गतिविधि का केन्द्र के रूप में पंचायत भवनों को विकसित किया जा रहा है।
ऐसी ही कहानी है बाड़ी जनपद के ग्राम हरसिली में जहां पंचायत भवन के सुदृढ़ीकरण और सामाजिक गतिवविधियों का केन्द्र बनाए जाने से ग्रामवासी बेहद खुश हैं। हरसिली निवासी श्री अजब सिंह और श्री सुंदरलाल कुर्मी सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत भवन में पुस्तकालय भी बनाया गया है जिसमें बच्चों के लिए राष्ट्रप्रेम, नैतिकता, महापुरूषों के जीवन पर आधारित कथाएं, लोककथाएं जैसी किताबें उपलब्ध कराई गई हैं। इसके साथ ही ग्रामवासियों के लिए कबड्डी, वॉलीबाल जैसे खेलों की भी व्यवस्था कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि पंचायत भवन की दीवारों पर शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं सहित अन्य जरूरी जानकारी अंकित कराने से ग्रामवासियों को योजनाओं की सही जानकारी मिल पा रही है।
संभागायुक्त के निर्देशानुसार जिले में पंचायत भवनों को नया रूप देने के उद्देश्य से पंचायत भवन-कायाकल्प अभियान प्रारंभ किया गया है। जिसके तहत पंचायत भवनों की गुणवत्ता पूर्ण अधोसंरचना विकास के साथ-साथ शासकीय योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए वातावरण निर्माण एवं गुणवत्ता पूर्ण सेवाएं प्रदान की जा रही है। मनरेगा योजना से अभिसरण कर 20000 मानव दिवस भी सृजित किये जायेंगे।
जिले की 491 ग्राम पंचायतों में प्रत्येक पंचायत भवन को सर्व सुविधा युक्त बनाया जा रहा है। जिसमें पुस्तकालय, सभाकक्ष, आवश्यक फर्नीचर, कम्प्यूटर, टीवी, रात्रि विश्राम हेतु विशेष कक्ष सहित आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही है। साथ ही पंचायत भवन परिसर में खेलकूद गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिले में 15 अगस्त 2020 तक शत-प्रतिशत पंचायत भवनों में सुदृणीकरण एवं सौंदर्यीकरण का कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।