नरेगा योजना से श्रमिकों को मिला रोजगार
महात्मा गांधी नरेगा योजना से कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान भी भोपाल जिले में श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया है। श्रीमिकों को उनके गृह जिले में ही सुलभता से रोजगार प्राप्त हुआ है। रोजगार के साथ ही आजीविका का साधन भी सशक्त हुआ है।
वर्ष 2019-20 में स्वीकृत 12 गौ-शालाएं पूर्ण की गई है जिसका संचालन समिति के माध्यम से किया जा रहा है। जिले में मनरेगा अंतर्गत सीसी रोड के 181, वृक्षारोपण के 124, सोख्ता गड्डा के 142, नर्सरी स्थापना के 2, प्रधानमंत्री आवास के 1292, पंचायत भवन के 9, शांतिधाम के 26, सामुदायिक नाडेप के 18 तथा कपिलधारा कूप के 495 कार्य प्रगतिरत है। वर्तमान में 187 ग्राम पंचायतों में से 186 ग्राम पंचायतों में कार्य प्रारंभ किया गया है। वहीं 835 विभिन्न कार्यों पर 9,732 श्रमिकों के मस्टररोल जारी किये गए हैं।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश के सभी श्रीमिकों को जो लॉक डाउन के दौरान अन्य राज्यों में कार्यरत थे उन्हें महात्मा गांधी नरेगा योजना अंतर्गत श्रमिकों का जॉब कार्ड बनाए जाने और गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने की मंशा अनुरूप भोपाल जिले में 18461 श्रमिकों को लगभग 5 लाख मानव दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया गया है। इसके साथ ही अब तक कुल 21,650 सक्रिय जॉब कार्डधारी परिवार है और 31,284 सक्रिय श्रमिक है। महात्मा गांधी नरेगा द्वारा इस वर्ष 2,225 श्रमिकों के नवीन जॉब कार्ड भी बनाये गये हैं।
भोपाल जिले में 13,713 परिवारों के 18,461 श्रमिकों को अब तक 5 लाख 37 हजार मानव दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया गया है। इस वर्ष विभिन्न क्षेत्रों में 660 नवीन कार्य प्रारंभ किये गये हैं, जिसमे से अधिकांश कार्य पूर्ण तथा कुछ प्रगतिरत है।