पंडित खुशीलाल शासकीय आयुर्वेदिक अस्पताल कोविड केयर सेंटर के रूप में निभा रहा अहम भूमिका
कोरोना संक्रमण से डरना नहीं है - लड़ना है। इसका इलाज संभव है। हमेशा मास्क लगाएं, सैनिटाइजेशन करें, सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करें ,अनावश्यक घर से बाहर ना निकलें । कोरोना संक्रमण के रोकथाम और बचाव का यह संदेश देते हुए आज फिर भोपाल से 42 व्यक्ति अपने घर रवाना हुए। पंडित खुशीलाल शासकीय आयुर्वेदिक अस्पताल से 3, शासकीय होम्योपैथिक अस्पताल से 5 और चिरायु अस्पताल से 34 व्यक्ति डिस्चार्ज हुए। इनमें रायसेन का एक और विदिशा का एक व्यक्ति शामिल हैं। इन सभी ने अपने सफल इलाज के लिए शासन - प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन का हार्दिक आभार व्यक्त किया।
पंडित खुशीलाल शासकीय आयुर्वेदिक अस्पताल के नोडल अधिकारी डॉ. एस पी शर्मा और चिरायु अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. अजय गोयनका ने आज डिस्चार्ज हुए व्यक्तियों को उनकी जीत पर बधाइयां दी। उन्हें मास्क, सैनिटाइजर, पुष्प आदि भेंट कर शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कोरोना से बचाव के उपाय अपनाएं और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए जागरूक करें | मास्क, सेनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग को अपने जीवन में अपनाएं और अपने साथ-साथ पूरे समाज को सुरक्षित रखें |
डॉक्टर शर्मा ने बताया स्पर्शोन्मुख और माइल्ड श्रेणी के कोविड संक्रमित अन्य श्रेणी के संक्रमित व्यक्तियों की बजाय अधिक ध्यान देना जरूरी है। आम तौर पर इनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं दिखाई देते और इस तरह ये अनजाने में ही संक्रमण के वाहक बन जाते है। शासकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की अच्छी देखभाल की जाती है। अच्छे खानपान के साथ आरोग्य कषायम काढ़ा देकर उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जाती है। उन्हें घर जैसा माहौल दिया जाता है ताकि उनका तनाव दूर रहे। इस तरह सभी व्यक्तियों को शारीरिक रूप से सक्षम बनाने के साथ साथ उन्हें मानसिक रूप से भी मजबूत किया जा रहा है। इस तरह संस्थान बड़ी संख्या में कोविड पॉजिटिव व्यक्तियों के स्वस्थ होने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।