जल-संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने मछुआ कल्याण और मत्स्य विकास विभाग का कार्यभार ग्रहण किया। इस अवसर प्रमुख सचिव श्री अश्विन राय तथा मछुआ कल्याण संघ के संचालक श्री धीमान भी उपस्थित थे।
कार्यभार ग्रहण करने के बाद मंत्री श्री सिलावट ने विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने निर्देश दिए कि विभाग को रोजगार उन्मुख बनाया जाए। विभाग का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करना होना चहिए। मछली पालन विभाग से युवाओं और विशेषकर महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जाए। मछली पालन की योजना और उसके लाभ से लोगों को अवगत कराया जाए तथा लोगों में मछली पालन के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाए।
मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि स्वरोजगार योजना का बड़ा अभियान चलाया जाये तथा विभाग की योजना का लाभ अधिक से अधिक जरूरतमंद व्यक्तियों को दिया जाए। केन्द्र प्रवर्तित योजना का लाभ लेने के लिए कार्य-योजना बनाकर भेजें और परम्पराओं से हटकर कार्य करें। मछुआ कल्याण की योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। मछली पालन के लाभ से लोगों को अवगत कराने के लिए फील्ड विजिट कराएँ। प्रत्येक सोमवार और मंगलवार को विभागीय समीक्षा बैठक आयोजित करने के निर्देश भी दिए गए।
प्रमुख सचिव श्री अश्विन राय ने बताया कि मछली पालन में कृषि से अधिक आय होती है। लगातार मछली पालन से लागत कम होती जाती है और इसमें लाभ बढ़ता है। विभाग की योजना में 60 प्रतिशत सब्सिडी अनुसूचित जाति, जनजाति और महिलाओं को दी जाती है, शेष के लिए 40 प्रतिशत सबसिडी दी जा रही है।