संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री ने की विभागीय कार्यों की समीक्षा------
प्रदेश के हर गली-मोहल्ले की भजन मंडलियाँ संस्कृति की असली संरक्षक हैं और सभी भजन मंडलियों का पंजीयन के लिये कार्य-योजना तैयार कर इन्हें संस्कृति विभाग का अभिन्न हिस्सा बनाये जाने की जरूरत है। उक्ताशय के निर्देश आज मंत्रालय में पर्यटन, संस्कृति एवं आध्यात्म विभाग की मंत्री सुश्री ऊषा ठाकुर ने विभागीय कार्यों की समीक्षा बैठक में दिये।
मंत्री सुश्री ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित किये जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की तैयारी समय पर पूर्ण की जाये। जिस तिथि को कार्यक्रम निर्धारित है, उसी तिथि में आयोजित करने की कोशिश होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि आगामी स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाये जाने के संबंध में रूपरेखा तैयार कर ली जाये। बच्चों को संस्कृति विभाग से जोड़कर कार्यक्रम आयोजित किये जायें। उन्होंने कहा कि संस्कृति एवं बच्चे एक-दूसरे के पूरक हैं। संस्कृति के बिना बच्चे अधूरे हैं और बच्चों के बिना संस्कृति अधूरी है। इसलिये स्वतंत्रता दिवस पर होने वाले कार्यक्रमों के लिये स्कूल शिक्षा विभाग से समन्वय बनाकर संस्कृति विभाग कार्य करे। उन्होंने कहा कि दोनों विभागों द्वारा संयुक्त अभियान चलाकर स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रमों में बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित की जाये।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री ठाकुर ने संचालनालय पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय के कार्यों की समीक्षा करते हुए विभागीय अधिकारियों को पुरातत्वीय सर्वेक्षण के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न पुरा अवशेषों को संरक्षित करने, उत्खनन, मलबा सफाई, अनुरक्षण एवं संवर्धन के कार्य लक्ष्य के मुताबिक समय पर पूर्ण करें। बैठक में संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।