बाहर से आने वाले सदस्य स्वयं आगे आकर देवें जानकारी |
बालाघाट |
कलेक्टर दीपक आर्य ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये आमजन से सहयोग की अपील करते हुये कहा कि बाहर से आने वाले सदस्य स्वयं आगे आकर सूचना या उसके परिजन सूचना देवें। सामने आकर वह अपने आने की जानकारी देगें तो कोरोना के संक्रमण की चैन को तोड़ा जा सकेगा और उसे वही पर नियंत्रण कर लिया जायेगा। बालाघाट की जनता का आभार जताते हुये कलेक्टर ने कहा कि जनमानस का अब तक अच्छा सहयोग मिला हैं। आमजन के साथ ही जो व्यक्ति या सदस्य कोरोना संक्रमित हुये हैं उन्होने स्वंय ही आगे आकर जानकारी दी हैं। जिसके कारण हम इस पर नियंत्रण कर सके हैं। आगे भी इसी तरह से सहयोग करेगें तो निश्चित ही कोरोना पर नियंत्रण रहेगा।
कलेक्टर श्री आर्य ने कहा कि बालाघाट में किल कोरोना अभियान के अंतर्गत घर-घर जाकर सर्वे किया गया हैं। इस सर्वे में 19 लाख की जनसंख्या में हमारे द्वारा 18 लाख 11 हजार 711 सदस्यों की जानकारी प्राप्त हो गई हैं। जिसमें कोरोना संक्रमित ही नहीं बल्कि सर्दी-खासी, मलेरिया, गर्भवती, बिना टीकाकरण सहित अन्य सभी की पहचान हो गई हैं। 32 हजार गर्भवती महिला का चिन्हांकन, शून्य से पांच साल के 1 लाख 77 हजार बच्चों, बिना टीकाकरण के 51 बच्चे की जानकारी प्राप्त हुई हैं। इसी तरह से बुखार सहित अन्य तरह के लक्षण वाले 3745 की पहचान कर दवाईयों का वितरण किया गया हैं। जिसमें सर्दी व खांसी के 13 37 मरीज तथा मलेरिया के 77 मरीजों की पहचान हुई हैं। चूंकि बालाघाट में 1 लाख 18 हजार 77 प्रवासी लोगों की घर वापसी हुई हैं। जिसमें से 2604 के कोरोना सेंपल लेकर जांच की गई हैं।
कलेक्टर श्री आर्य ने बताया कि वर्तमान में बालाघाट में 62 कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या हुई हैं। जिसमें आज 4 मरीज सहित 46 को ठीक होने पर छुटटी दे दी गई। वही 16 का उपचार किया जा रहा हैं। मरीजों के बेहतर उपचार व सुविधा दी जाने का प्रयास हो रहा और उसकी वे समीक्षा भी करते रहते हैं। अब बूढ़ी आईटीआई के निकट में 80 बेड का कोविड अस्पताल बनाकर वहां पर मरीजों को भर्ती किया जायेगा। श्री आर्य ने नागरिकों से स्वत: ही सोशल डिस्टिेंस का पालन करने और मास्क लगाने की अपील करते हुये कहा कि आवश्यक होने पर ही घर से निकले और भीड़ वाले स्थान पर जाने से बचने का प्रयास करें।
उन्होने कहा कि प्रशासन अपने स्तर से प्रयास कर रहे हैं लेकिन इस प्रयास में जनसमुदाय की सहभागिता जरूरी हैं। उन्होने बताया कि दमोह मामले में महिला ने बाहर से आने के बाद आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सलाह को नहीं माना। वहां के संपर्क वालों को कोरोनटाईन कर दिया गया हैं। साथ ही इस मामले की जांच भी की जायेगी कि किस स्तर से कमी रही हैं। जानकारी नहीं देने के मामले में कुछ अभिभावक के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया हैं वही शासकीय कर्मचारियों के संबंध में संभागायुक्त को पत्र लिखा गया हैं।
किसानों के समर्थन मूल्य पर लंबित भुगतान के संदर्भ में कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि समस्त किसानों के धान का भुगतान कर दिया गया हैं। जिन किसानों के भुगतान रह गये थे उन्हें पिछले सप्ताह में ही यह भुगतान किया गया हैं। कुछ समस्या उनके ऋण खाते में राशि वापिस नहीं आने की हैं तो उसे भी ठीक कर दिया जायेगा। अस्पताल की स्वास्थ्य सुविधाओं के संदर्भ में कहा कि उनका प्रयास हैं कि अस्पताल आने वाले हर मरीज को समुचित उपचार प्राप्त होवें और ऐसी सुविधायें प्रदान करने का प्रयास हो रहा कि वह सुविधायें यही उपलब्ध हो जाये और आगामी कई वर्षो तक उन सेवाओं के लिये कही भटकने की जरूरत ना पड़े।
एक महिला को जहरीली वस्तु के सेवन करने के बाद अपने निजी क्लिनिक में भर्ती करने के मामले को गंभीरता से लेते हुये उन्होने सीएचएमओ व सिविल सर्जन को जांच प्रतिवेदन देने के निर्देश दिये हैं। इसी तरह से एक मरीज के उपचार में हुई लापरवाही मामले की भी रिपोर्ट मांगी गई हैं। बता देवें कि कलेक्टर कार्यालय में पत्रकारवार्ता का आयोजन किया गया था। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रजनी सिंह, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, अपर कलेक्टर राघवेंद्र सिंह, मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मनोज पांडेय, सिविल सर्जन डॉक्टर आर.के.मिश्र भी उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री आर्य ने बताया कि डेंजर रोड को बायपास रोड़ बनाने के लिए 2.6 एकड़ क्षेत्र के 452 पेड़ काटने की अनुमति ली जा रही है। इसके एवज में वन विभाग को 5 एकड़ जमीन दी जा रही है और वहां वृक्षारोपण के लिए वन विभाग को 90 लाख रुपये मिलने का अनुमान है। डेंजर रोड को बायपास बनाने से शहर में बड़े वाहनों आवागमन रूकेगा और प्रदूषण भी कम होगा।