कोविड 19 से स्वस्थ हुए व्यक्तियों को प्लाज़्मा डोनेट करने के लिए किया जा रहा है प्रेरित
प्रदेश का पहला शासकीय प्लाज्मा बैंक भोपाल में बनाया जाएगा। गांधी मेडिकल कॉलेज के प्लाज्मा बैंक में आई.सी.एम.आर और शासन के मानकों का पालन करते हुये प्लाज्मा संग्रह किया जायेगा। संभागायुक्त सभाकक्ष में आज से इस अभियान की शुरुआत की गई। प्लाज्मा बैंक के वॉलंटियर्स ने कोविड -19 संक्रमण से ठीक हो चुके व्यक्तियों को कॉल कर प्लाज्मा डोनेशन के लिए प्रेरित किया। संभागायुक्त श्री कवींद्र कियावत ने आज इस अभियान का जायजा लिया और इसे सफल बनाने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। श्री कियावत ने निर्देश दिए कि प्लाज्मा देने के लिए इच्छुक व्यक्तियों का टाइम शेड्यूलिंग इस तरह करें कि किसी भी व्यक्ति को प्लाज्मा डोनेट करने के लिए आपके सेंटर में इंतज़ार ना करना पड़े। एंटीबॉडी किट की पर्याप्त उपलब्धता रखें। जो व्यक्ति प्लाज़्मा डोनेट करने के लिए तैयार हों उनकी सहूलियत और सुविधा का ध्यान रखें। गर्भवती महिलाओं को डोनेट करने के लिए नहीं बुलाएं, सभी मानकों का पालन करें। आई.सी.एम.आर द्वारा पूरे भारत में 100 स्थानों पर प्लाज्मा बैंक बनाने की मंजूरी दी गयी है, उसमें भोपाल का गांधी मेडिकल कॉलेज भी शामिल है। जिन व्यक्तियों में कोविड संक्रमण के विरुद्ध एंटीबॉडी डिवेलप हो चुकी है उनके प्लाज्मा से कोविड संक्रमित व्यक्तियों का उपचार किया जाएगा। इस अभियान में गांधी मेडिकल कॉलेज के साथ लायंस क्लब, ए बी एल एस, जैन यूथ क्लब और सामाजिक कार्यकर्ता भी प्लाज़्मा डोनेशन वॉलंटियर्स के रूप में अपना अहम योगदान दे रहे है। |