मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि परिवार कल्याण कार्यक्रम के जिला चिकित्सालय एवं विकासखण्डों पर अस्थाई एवं स्थाई गर्भ निरोधक सेवायें प्रतिदिन दी जा रही है। जिसमें डॉ. पदमेश उपाध्याय, डीएचओ द्वारा बताया गया कि मिशन परिवार विकास कार्यक्रम के तहत परिवार नियोजन साधनों की सेवायें। जैसे स्थाई सेवायें पुरूष नसबंदी यह एक आसान और स्थाई एवं भयमुक्त साधन है। पुरूष नसबंदी कराने के बाद हितग्राही तुरंत घर जा सकता है। इसमें न चीरा, न टांका लगता है, 10 मिनिट में ऑपरेशन किया जाता है। जिसमें पुरूष नसबंदी कराने वाले हितग्राही को 3 हजार रूपये और प्रेरक को 400 रूपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
डॉ. पदमेश उपाध्याय ने बताया कि महिला डिलेवरी के पश्चात् 7 दिन के अंदर महिला नसबंदी कराने पर हितग्राही को 3 हजार रूपये और प्रेरक को 400 रूपये दिये जाते है। साधारण महिला नसबंदी कराने पर हितग्राही को 2 हजार रूपये, प्रेरक को 300 रूपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है। प्रसव के तुरंत बाद पीपीआईसीयूडी लगवाने पर हितग्राही को 300 रूपये, प्रेरक को 150 रूपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
महिलाओं में बच्चों में अन्तर रखने के लिये अन्तरा इंजेक्शन लगाया जाता है, 3 माह के अन्तर से छाया गोली, गर्भ रोकने का एक सुरक्षित उपाये है, यह तीन माह तक सप्ताह में दो बार, फिर सप्ताह में एक गोली खाने से बच्चों में अन्तर लाया जा सकता है। सिविल सर्जन डॉ. एके गुप्ता ने आमजन से अपील की है कि परिवार नियोजन के साधनों को अपनाये और परिवार खुशहाल बनायें।
परिवार नियोजन के अस्थाई एवं स्थाई साधन अपनायें, परिवार को खुशहाल बनायें - मुरैना
Sunday, July 19, 2020
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