महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने शनिवार को ग्वालियर में ऑगनवाड़ी कार्यकर्ता स्वर्गीय हेमलता वर्मा की पुत्री कु. प्रीति वर्मा को ऑगनवाड़ी कार्यकर्ता के पद पर अनुकंपा नियुक्ति पत्र प्रदान किया। यह सम्भवत: देश का पहला मामला है जहाँ राष्ट्रीय/राज्य स्तरीय आपदा में ऑगनवाड़ी कार्यकर्ता की कार्य के दौरान मृत्यु होने पर उसके परिवार की महिला सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति दी गई है।
मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने कहा कि शासन ने इस दुख की घड़ी में हर संभव सहायता पहुँचाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गत दिनों ग्वालियर प्रवास के दौरान 50 लाख रूपये की सहायता राशि स्वर्गीय हेमलता वर्मा की पुत्री कु. प्रीति वर्मा को सौंपी थी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सर्वव्यापी महामारी कोविड- 19 में ऑगनवाड़ी कार्यकर्ता/ सहायिका भी कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर रही है। अत: यह निर्णय लिया गया है कि इस दौरान कर्तव्य पालन करते हुए दिवंगत होने पर तथा भविष्य में भी राष्ट्रीय/ राज्य स्तरीय आपदा घोषित होने पर अगर इनकी ड्यूटी लगाई जाती है और इस दौरान उनकी मृत्यु हो जाती है तो उसके परिवार की ऐसी महिला सदस्य जो निर्धारित अर्हताएँ पूर्ण करती है, उसे महिला-बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा सीधे नियुक्त किया जायेगा।
मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने कु. प्रीति को निष्ठा और ईमानदारी के साथ अपनी सेवाएँ देने की बात कही। उल्लेखनीय है कि ऑगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती हेमलता वर्मा की कोरोना सर्वे की ड्यूटी के दौरान संक्रमित हो जाने पर 28 जून को सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल ग्वालियर में मृत्यु हो गई थी।