मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की-------
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में गेहूँ के रिकॉर्ड उपार्जन के लिए प्रदेश के किसान एवं संबंधित विभाग बधाई के पात्र हैं। कोरोना जैसे संकट के समय में जहाँ उपार्जन एक बहुत बड़ी चुनौती थी, प्रदेश के किसानों तथा हमारी मशीनरी ने यह दिखा दिया है कि अगर दिल में काम करने का जज्बा हो तो कोई कार्य कठिन नहीं है। इसके लिए मैं प्रदेश के किसानों का वंदन तथा हमारे अमले का अभिनंदन करता हूँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एवं फेसबुक लाइव के माध्यम से प्रदेश के किसानों को संबोधित कर रहे थे, जिन्होंने समर्थन मूल्य पर अपना गेहूँ विक्रय किया है। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कुछ किसानों एवं समिति प्रबंधकों से चर्चा भी की। इस अवसर पर खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह, प्रमुख सचिव खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण श्री शिव शेखर शुक्ला उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने किसानों से कहा कि आप सभी के सहयोग से प्रदेश में गेहूँ का ऑल टाइम रिकॉर्ड उपार्जन हुआ है। गेहूँ उपार्जन में मध्यप्रदेश देश में नंबर वन रहा है। इस बार गेहूँ का उपार्जन एक बहुत बड़ी चुनौती थी। बारदाने की कमी होने से हमने प्लास्टिक के बैग इस्तेमाल किए। खरीदी केंद्रों को बढ़ाकर साढ़े चार हजार से अधिक किया गया। एसएमएस के माध्यम से किसानों को सूचना दी गई। एक बड़ी समस्या किसानों का चमक विहीन गेहूँ था। इस संबंध में केंद्र सरकार से अनुमति लेकर किसानों का चमक विहीन गेहूँ भी खरीदा गया। अधिक उपार्जन के कारण भंडारण की भी समस्या थी। सरकार द्वारा 3 माह का इकट्ठा गेहूँ राशन में वितरित किया गया। सबसे पहले छोटे एवं मझोले 9 लाख 27 हजार किसानों को गेहूँ विक्रय के लिए बुलाया गया। किसानों ने भी पूरे अनुशासन एवं सुरक्षा का ध्यान रखते हुए अपना गेहूँ समर्थन मूल्य पर बेचा और हमने देश में रिकॉर्ड कायम किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रायसेन के शेख मौज्जम, मंदसौर जिले के किसान प्रदीप सिंह, रीवा के वीरेंद्र सिंह, मुरैना के दोजी राम जाटव, हरदा की सुशीला जी, सागर के उधम सिंह, शहडोल के रामजी सिंह राजपूत तथा अलीराजपुर के किसान श्री भैरव सिंह से बातचीत की। सभी ने बताया कि इस बार गेहूँ खरीदी की शानदार व्यवस्था थी। सूचना मिलने पर उपार्जन केंद्र पर गए, वहाँ बहुत कम समय में हमारा गेहूँ तुल गया तथा सबसे बड़ी बात तो यह है कि 7 दिन के अंदर हमें अपने गेहूँ का भुगतान भी प्राप्त हो गया। हमने अपनी जिंदगी में इतनी अच्छी व्यवस्था कभी नहीं देखी। इसके लिए उन्होंने हृदय से मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार व्यक्त किया।
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री बिसाहू लाल सिंह ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किसानों से चर्चा के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान लगातार किसानों के हित में कार्य करते हैं तथा उन्हें हमेशा किसानों की चिंता रहती है। प्रदेश में गेहूँ का उपार्जन निश्चित रूप से बहुत सराहनीय कार्य है। कोरोना जैसी महामारी के होते हुए भी जिस प्रकार सभी के सहयोग से पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ गेहूँ खरीदी का कार्य हुआ है वह अभूतपूर्व है। सबसे बड़ी उपलब्धि है किसानों को उनकी फसल का समय पर भुगतान भी हुआ है।