भिण्ड जिले की मेरिट होल्डर रोशनी भदौरिया होंगी विभाग की ब्रैंड एम्बेसडर------
महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने सोमवार को मंत्रालय में पदभार ग्रहण किया। उन्होंने 10वीं बोर्ड परीक्षा में भिण्ड जिले के छोटे-से गाँव अजनोल की रोशनी भदौरिया को महिला-बाल विकास की ब्रैंड एम्बेसडर बनाने की घोषणा की। श्रीमती इमरती देवी ने कहा कि रोशनी ने एक मिसाल पेश की है कि अगर जज्बा बुलंद हो, तो मुश्किल से मुश्किल रास्ता भी आसानी से तय किया जा सकता है। रोशनी प्रतिदिन साइकिल से 12 किलोमीटर का सफर तय कर स्कूल जाती थी। उसने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं कक्षा में 95.5 प्रतिशत अंक प्राप्त किये हैं।
मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने विभागीय समीक्षा करते हुए कहा कि पोषण-आहार की राशि अब इस व्यवस्था से जुड़े स्व-सहायता समूह के खाते में सीधे जमा होगी। उन्होंने निर्देश दिये कि पोषण-आहार का वितरण नियमित हो और आँगनवाड़ी केन्द्र में कितनी सामग्री गई है और वास्तविकता में कितनी बाँटी गई, इसकी जाँच की जाये।
प्रमुख सचिव, महिला-बाल विकास श्री अशोक शाह ने बताया कि प्रदेश के सभी बाल भवन में निश्चित पाठ्यक्रम तैयार किया जायेगा। साथ ही बाल भवन के पाठ्यक्रमों का लाभ आश्रय-गृह के बच्चों को भी प्रशिक्षित कर दिया जायेगा। श्री शाह ने बताया कि विशेषज्ञ दत्तक अभिकरण में रोस्टर के संबंध में शासन स्तर पर पालना में प्राप्त बच्चों को संबंधित अभिकरण को ही देख-रेख के लिये सौंपे जाने का निर्णय लिया गया।
संचालक, महिला-बाल विकास श्रीमती स्वाती मीणा नायक ने बताया कि समेकित बाल संरक्षण योजना के तहत 110 संस्थाएँ संचालित हैं। इनमें लगभग तीन हजार बच्चे 0 से 18 वर्ष की आयु के रहते हैं। इन संस्थानों में 29 शासकीय एवं 83 संस्थाएँ अशासकीय हैं। प्रदेश में कुल 7 बाल भवन हैं, जहाँ पर लगभग 5474 बच्चे 39 शिक्षक एवं प्रशिक्षकों की निगरानी में विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षण ले रहे हैं।