कोविड-19 के चलते हमारे विद्यालय मार्च 2020 से बंद है। जिसके चलते कक्षा 1 से 8 तक के समस्त छात्रों की वार्षिक परीक्षा निरस्त कर दी गई थी और उन्हें जनरल प्रमोशन दे दिया गया था। इसके बाद से ही हमारे बच्चे शैक्षणिक गतिविधियों से वंचित है। उक्त समस्या को कुछ कम करने का प्रयास राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा किया गया। जिसके लिए व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से शैक्षणिक सामग्री भेजी गई। लेकिन उक्त शैक्षणिक सामग्री केवल वहीं छात्रों तक पहुंचा पाए। जिनके पास एंड्रॉयड मोबाइल थे। जिनके पास मोबाइल नहीं थे। उनके लिए समस्या जस की तस बनी रही उक्त समस्या का समाधान करते हुए हमारा घर हमारा विद्यालय की शुरुआत की गई। जिसमें समस्त छात्र अपने घर में ही एक नियत स्थान पर बैठ कर के अध्यापन कार्य करेंगे। जिसे शिक्षा का कोना कहां जाएगा जो कि सुबह प्रातः 10:00 बजे पालक घंटी बजा कर करेंगे। दोपहर 1:00 बजे घंटी बजा कर के समाप्त करेंगे। शाम को 4:00 से 5:00 के बीच खेल एवं मनोरंजन के कौशल सीखेंगे रात्रि 7:00 से 8:00 बजे तक अपने घर में बड़े बूढ़ों से कहानी सुनेंगे और स्वरचित कहानी लिखेंगे जिससे भाषा का कौशल विकसित होगा प्रीति शनिवार मस्ती की पाठशाला होगी। उन्हें शैक्षणिक गतिविधियों में संलग्न नहीं किया जाएगा।
उपरोक्त समस्त गतिविधियों का संचालन बहुत अच्छी तरह से हो। इसके लिए समस्त शिक्षक अपने पदस्थ ग्राम में पहुंच कर हमारा घर हमारा विद्यालय के अंतर्गत समस्त गतिविधियों की निगरानी करेंगे और पालको के साथ समन्वय कर छात्रों की पढ़ाई कराने में पूर्ण योगदान देंगे। इसी के आधार पर शिक्षकों की उपस्थिति भी सुनिश्चित की जाएगी। यदि शिक्षक अनुपस्थित पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उक्त कार्यक्रम में पालको की पूर्ण जिम्मेदारी होगी कि बे अपने बच्चों के लिए उक्त कार्यक्रम हेतु प्रेरित करें और पढ़ाई करने में महत्वपूर्ण योगदान दें।
उपरोक्त समस्त गतिविधियों का संचालन बहुत अच्छी तरह से हो। इसके लिए समस्त शिक्षक अपने पदस्थ ग्राम में पहुंच कर हमारा घर हमारा विद्यालय के अंतर्गत समस्त गतिविधियों की निगरानी करेंगे और पालको के साथ समन्वय कर छात्रों की पढ़ाई कराने में पूर्ण योगदान देंगे। इसी के आधार पर शिक्षकों की उपस्थिति भी सुनिश्चित की जाएगी। यदि शिक्षक अनुपस्थित पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उक्त कार्यक्रम में पालको की पूर्ण जिम्मेदारी होगी कि बे अपने बच्चों के लिए उक्त कार्यक्रम हेतु प्रेरित करें और पढ़ाई करने में महत्वपूर्ण योगदान दें।