राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सभी वर्गों को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। रोजगार दिलाने के इस अभियान में युवाओं के हुनर का भी ध्यान रखा जा रहा है। रोजगारमूलक योजनायें बेरोजगार युवाओं को रोजगार से जोड़ने में मददगार साबित हो रही हैं।
मध्यप्रदेश आदिवासी वित्त विकास निगम द्वारा संचालित मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना के तहत आदिवासी युवाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए ऋण व अनुदान की सुविधा दिलाई जाती है। इस योजना के तहत खण्डवा जिले के पंधाना विकासखण्ड के ग्राम बलरामपुर निवासी श्री गुलाबचंद बंशाले को स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिए बैंक से 2.50 लाख रूपये के ऋण के साथ 75 हजार रूपये के अनुदान की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई।
बैंक से मिले ऋण और शासन से मिले अनुदान से गुलाबचंद ने विद्युत उपकरणों संबंधी दुकान शुरू की। वे बताते हैं कि शुरू से ही उन्हे विद्युत उपकरणों को सुधारने में रूचि थी। अपने हुनर को रोजगार में बदलने में शासन ने उनकी पूरी सहायता की। दुकान प्रारंभ हो जाने से श्री गुलाब सिंह की बेरोजगारी तो दूर हुई ही है, साथ ही वे अब अपने परिवार का पालन-पोषण भी बेहतर ढंग से कर पा रहे हैं।