शिक्षा विभाग की ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस में सभी प्राचार्यो को दिए गए निर्देश------
कोरोना संक्रमण काल में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी बीमारियां घातक सिद्ध हो सकती है। आज हमारे फ्रंटलाइन हेल्थ योद्धा कोरोना वायरस के विरुद्ध अथक लड़ाई लड़ रहे हैं। ऐसे समय में उन्हें सहयोग देते हुए इन आने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए हम सभी को एकजुट प्रयास करने होंगे। यह अब हमारे लिए एक कार्य ना होकर जन स्वास्थ्य और जन जागरण अभियान है।
संभागायुक्त श्री कवींद्र कियावत ने शिक्षा, नगर निगम, मलेरिया, महिला बाल विकास के वरिष्ठ अधिकारियों को अपनी पूरी ऊर्जा के साथ मास फीवर सर्वे और एंटी लार्वा एक्टिविटी के अभियान में जुट जाने के निर्देश दिए है। इस दूरदर्शिता के साथ बारिश पूर्व ही आपसी समन्वय और आमजनों के सहयोग से हम भोपाल में मलेरिया और डेंगू को रोकेंगे।
स्वास्थ्य शिक्षा एवं ऑनलाइन शिक्षण समीक्षा संबंधी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में संभागायुक्त श्री कियावत द्वारा दिए गए मार्गदर्शन अनुसार शिक्षा , स्वास्थ्य , मलेरिया विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से सभी संकुल प्राचार्य, स्कूल प्राचार्य, जन शिक्षक, बीआरसी और बीईओ को आवश्यक जानकारी और निर्देश दिए। समीक्षा में स्कूली बच्चों को स्वच्छता दूत बताते हुए बारिश के दौरान फैलाने वाली बीमारियों कि जानकारी के साथ- साथ होम वर्क के माध्यम से अपने घर में पानी जमा ना होने देने और आप-पास के क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने के लिए कहा गया।
संयुक्त संचालक शिक्षा श्री आर एस तोमर ने सभी को ऐसी जीवनशैली अपनाने की सलाह दी जिस से सभी निरोगी रहे सभी स्वस्थ रहे। उन्होंने निर्देश दिए कि स्कूलों की पानी की टंकियों को चेक करें उनमें लार्वा नहीं बनने दें । बच्चों को और अभिभावकों को ऑनलाइन क्लासेस और व्हाट्सएप ग्रुप पर डिजिटल बैनर, पोस्टर ,वीडियो भेजे। निजी विद्यालयों को भी इस अभियान में शामिल करे। हल्दी वाला पानी, अदरक, काढ़ा का सेवन करे जिस से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री प्रभाकर तिवारी ने बताया डेंगू का मच्छर साफ पानी में और मलेरिया का मच्छर गंदे पानी में अधिक पनपता है। बारिश के मौसम में डेंगू मलेरिया के साथ-साथ डायरिया और दस्त जैसी बीमारियों से भी बचने की आवश्यकता है। पुराना भोजन, खुला हुआ भोजन और गंदे पानी का उपयोग ना करे। वर्तमान में कोरोना जैसी गंभीर बीमारी हमारे बीच में है अतः अब हमें अधिक सावधानी बरतनी हैं। वेक्टर जनित रोगों का संक्रमण रोकने में प्रशासन का सहयोग करना है।स्वयं की रक्षा में ही दूसरों की सुरक्षा है। आप सुरक्षित तो पूरा देश सुरक्षित।
सभी प्राचार्यो और शिक्षकों से "स्वच्छता दूत स्कूली बच्चो" को एक्सरसाइज के माध्यम से स्वच्छ जीवनशैली अपनाने की अपील जिला मलेरिया अधिकारी श्री अखिलेश दुबे ने की। उन्होंने कहा बच्चो को कहे अपने घर की छत पर जाएं। छत पर पुराने टायर ,पानी की टंकी, मटके, गमले आदि में पुराने जमे हुए पानी को साफ करें। घर के बाहर पक्षियों को पानी पिलाने वाले पॉट में पानी हर दिन बदले । "लार्वा से डेंगू और मलेरिया के मच्छर बनने में 7 दिन का समय लगता है" इसलिए किसी भी जगह पुराने पानी को जमा ना होने दें। इसके अलावा घर के बाहर और आसपास बने गड्ढों ,नालियों जैसे स्थानों में जल भराव होने की शिकायत "आपातकालीन नियंत्रण कक्ष लैंडलाइन नंबर. 0755- 254 2222, 2540 220 ,270 1401 और व्हाट्सएप नंबर 971 30 33344" पर करे।
इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जिला शिक्षा अधिकारी श्री नितिन सक्सेना, संकुल प्राचार्य , स्कूल प्राचार्य, जन शिक्षक, बीआरसी और बीईओ सहित करीब 141 अधिकारी गण उपस्थित थे।