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सुखद खबरों का सिलसिला जारी

सुखद खबरों का सिलसिला जारी
आज चिरायु अस्पताल से 28 व्यक्ति कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होकर अपने घर रवाना हुए, कोरोना से डरे नहीं - स्वयं आगे आए और  क्लीनिक में जांच कराए

कोरोना वायरस से डरे नहीं बल्कि इसका मुकाबला करें। इसका ईलाज संभव है। कोरोना पर जीत का प्रत्यक्ष उदाहरण प्रस्तुत करते हुए आज 28 व्यक्ति चिरायु अस्पताल से कोरोना संक्रमण को हराकर अपने घर रवाना हुए। इन सभी व्यक्तियों ने भोपालवासियों से कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी उपाय अपनाने के साथ-साथ स्वयं आगे आकर फीवर क्लीनिक में अपनी जांच करवाने की अपील की।  इसके साथ ही अपने सफल ईलाज और उच्च स्तरीय स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के लिए शासन प्रशासन का आभार व्यक्त किया।

                   आज डिस्चार्ज हुई अरेरा कॉलोनी निवासी 58 वर्षीय श्रीमती रेमी बेहल ने बताया जब वे कोरोना पॉजिटिव आईं तो उन्हें बिल्कुल आशा नहीं थी कि वे स्वस्थ हो पाएगी। आज उन्हें नया जीवन मिला है इसके लिए उन्होंने सभी डॉक्टर्स, नर्स, सफाई कर्मी और शासन-प्रशासन को धन्यवाद दिया ।

   सुभाष नगर निवासी 42 वर्षीय बबीता ने अपने सफल ईलाज और उच्च स्तरीय स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के लिए शासन प्रशासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि कोरोना पॉजिटिव आने के बाद वो बहुत डरी हुई थी। लेकिन यहां आने के बाद डॉक्टर, नर्स आदि के व्यवहार और उत्साह वर्धन से उनका डर दूर हुआ। कोरोना से डरना नहीं है इस से लड़ना है।

    चिरायु अस्पताल के डायरेक्टर श्री अजय गोयनका ने आज डिस्चार्ज हुए सभी व्यक्तियों को कोरोना संक्रमण पर उनकी जीत के लिए बधाइयां दी और अभी सात दिवस होम क्वारांताइन होने की समझाइश दी। उन्होंने अस्पताल में कोरोना व्यक्तियों के ईलाज के लिए उपलब्ध कराई गई सभी व्यवस्थाओं के लिए शासन प्रशासन का धन्यवाद दिया। उन्होंने सभी से अपील की कि अगर आपके घर में या पड़ोस में किसी भी व्यक्ति को सर्दी खासी, जुखाम या सांस में लेने में कठिनाई जैसे कोई भी लक्षण हो तो तुरंत फीवर क्लीनिक  में जाकर अपना  स्वास्थ्य परीक्षण कराए।

  भोपाल में वर्तमान में 59 फीवर क्लीनिक संचालित है।  सभी संजीवनी क्लीनिक, प्राथमिक स्वास्थ केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और अस्पतालो में फीवर क्लीनिक का संचालन किया जा रहा है। यदि सही समय पर इस संक्रमण की पुष्टि हो जाए तो इसका इलाज संभव है। इसलिए यदि हमारे अंदर इस तरह के लक्षण हैं तो हमें डरना नहीं चाहिए बल्कि स्वयं आगे आना चाहिए और बताना चाहिए।यहां आप डॉक्टर से सलाह ले और अपना परीक्षण कराए, आवश्यकता होने पर आपका स्वैप टेस्ट सेम्पल भी लिया जाएगा। आपकी जांच ही आपके ईलाज की दिशा में पहला कदम है।


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