मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.महावीर खंडेलवाल द्वारा जानकारी दी गई कि कोविड-19 के अन्तर्गत जिले के राजेन्द्र सूरि शोध संस्थान में विदेश से प्रवास करने वाले व्यक्तियों को प्रोटोकाल अनुसार क्वारेंटाईन किया जा रहा है। अभी तक यहां कुल 106 लोगों को क्वारेंटाईन किया गया है। इसमें अमेरिका, अजरबेज़ान, मास्को, किर्गीस्तान एवं अन्य देशों से आये कई प्रवासी भारतीयों को क्वारेंटाईन किया गया है। राजेन्द्र सूरि क्वारेंटाईन सेन्टर में सुबह-शाम चिकित्सकों द्वारा यहां भर्ती लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं काउंसलिंग की जाती है तथा समय पर चाय, नाश्ता और भोजन प्रदाय किया जाता है।
राजेन्द्र सूरि शोध संस्थान के नोडल अधिकारी श्री अविनाश शर्मा (डीएमओ) बतौर कोरोना योद्धा लगातार तीन माह से कार्य में लगे हैं। हंसमुख स्वभाव और रिटायरमेंट के करीब आयु होने के बावजूद श्री शर्मा ईमानदारी और दृढ़निष्ठापूर्वक कोरोना के खिलाफ जंग में सक्रिय सहभागिता कर रहे हैं। उनके द्वारा नियमित भ्रमण कर, मॉनीटरिंग कर व्याप्त समस्याओं के त्वरित समाधान और बेहतर प्रबंधन के कारण राजेन्द्र सूरि शोध संस्थान से पूर्णत: स्वस्थ होकर घर लौटे लोग उनकी प्रशंसा करते हैं। श्री शर्मा अपने सहज एवं सरल व्यक्तित्व से सहकर्मियों से कार्य लेने में कुशल एवं अपने अनुभव के कारण जाने जाते हैं। इसके पूर्व श्री शर्मा द्वारा सिंहस्थ-2016 में भी नोडल अधिकारी का दायित्व सफलतापूर्वक निभाया गया, जिस कारण उस समय मलेरिया, डेंगू अथवा चिकन गुनिया के प्रकरण न के बराबर थे।
संस्थान में क्वारेंटाईन किये गये लोग बताते हैं कि यहां पर पदस्थ अन्य चिकित्सक, स्टाफ नर्सेस और अन्य स्टाफकर्मी के प्रति आत्मीयता के भाव, मृदुभाषिता और एक घर जैसा वातावरण निर्मित करना कोरोना वॉरियर श्री शर्मा के व्यवहार में है। आवश्यकता पड़ने पर तत्काल उपस्थित होकर मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाना, नियमित योगा, पौष्टिक आहार, समय पर चाय-नाश्ता, सकारात्मक सोच आदि से यहां से ठीक होकर गये लोग बहुत प्रभावित हुए हैं तथा वे संस्थान में उपस्थित स्टाफ का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं। राजेन्द्र सूरि शोध संस्थान में श्री अविनाश शर्मा, श्री तरणसिंह एवं उनकी टीम डॉ.जितेन्द्र जाट, डॉ.आदित्य झाला, डॉ.अपूर्व शाह एवं समस्त नर्सिंग स्टाफ सहित सर्वश्री जितेन्द्र परिहार, सोहित मित्तल और मो.अब्दुल जावेद निरन्तर तीन माह से बिना अवकाश के अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
राजेन्द्र सूरि शोध संस्थान के नोडल अधिकारी श्री अविनाश शर्मा (डीएमओ) बतौर कोरोना योद्धा लगातार तीन माह से कार्य में लगे हैं। हंसमुख स्वभाव और रिटायरमेंट के करीब आयु होने के बावजूद श्री शर्मा ईमानदारी और दृढ़निष्ठापूर्वक कोरोना के खिलाफ जंग में सक्रिय सहभागिता कर रहे हैं। उनके द्वारा नियमित भ्रमण कर, मॉनीटरिंग कर व्याप्त समस्याओं के त्वरित समाधान और बेहतर प्रबंधन के कारण राजेन्द्र सूरि शोध संस्थान से पूर्णत: स्वस्थ होकर घर लौटे लोग उनकी प्रशंसा करते हैं। श्री शर्मा अपने सहज एवं सरल व्यक्तित्व से सहकर्मियों से कार्य लेने में कुशल एवं अपने अनुभव के कारण जाने जाते हैं। इसके पूर्व श्री शर्मा द्वारा सिंहस्थ-2016 में भी नोडल अधिकारी का दायित्व सफलतापूर्वक निभाया गया, जिस कारण उस समय मलेरिया, डेंगू अथवा चिकन गुनिया के प्रकरण न के बराबर थे।
संस्थान में क्वारेंटाईन किये गये लोग बताते हैं कि यहां पर पदस्थ अन्य चिकित्सक, स्टाफ नर्सेस और अन्य स्टाफकर्मी के प्रति आत्मीयता के भाव, मृदुभाषिता और एक घर जैसा वातावरण निर्मित करना कोरोना वॉरियर श्री शर्मा के व्यवहार में है। आवश्यकता पड़ने पर तत्काल उपस्थित होकर मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाना, नियमित योगा, पौष्टिक आहार, समय पर चाय-नाश्ता, सकारात्मक सोच आदि से यहां से ठीक होकर गये लोग बहुत प्रभावित हुए हैं तथा वे संस्थान में उपस्थित स्टाफ का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं। राजेन्द्र सूरि शोध संस्थान में श्री अविनाश शर्मा, श्री तरणसिंह एवं उनकी टीम डॉ.जितेन्द्र जाट, डॉ.आदित्य झाला, डॉ.अपूर्व शाह एवं समस्त नर्सिंग स्टाफ सहित सर्वश्री जितेन्द्र परिहार, सोहित मित्तल और मो.अब्दुल जावेद निरन्तर तीन माह से बिना अवकाश के अपनी सेवाएं दे रहे हैं।