किसानों को सलाह - अंकुरण का परीक्षण और बीज उपचारित करने के पश्चात ही बुआई करें
संभाग में खरीफ फसलों का 1897.02 हेक्टर के लक्ष्य के विरूद्ध 847.66 हेक्टर में 45 प्रतिशत बुआई हो चुकी है। बोनी का कार्य लगातार चल रहा है। धान में 315.09 हेक्टर के लक्ष्य के विरूद्ध 24.54 हेक्टर की पूर्ति हो चुकी है जो कि लक्ष्य का 8 प्रतिशत है। सोयाबीन का 1282.00 हेक्टर के लक्ष्य के विरूद्ध 758.27 हेक्टर में बोनी हो चुकी है।
संयुक्त संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास भोपाल श्री बी.एल. बिलैया द्वारा बताया गया कि संभाग में 24 जून 2020 तक 217.3 मि.मी. वर्षा हो चुकी है। जबकि पूर्व वर्ष इसी अवधि तक 36.3 मि.मी. ही वर्षा हुई थी। यह खरीफ फसलों की समय पर बोनी के हिसाब से अनुकूल है।
उन्होंने सलाह दी कि धान फसल की बोनी के लिए जो किसान सीधे बुआई करना चाहते है वे अंकुरण का परीक्षण और बीज उपचारित करने के उपरांत ही बुआई करें। जो किसान रोपा या श्री पद्धति से धान रोपते है वह नर्सरी अलग-अलग दिनों में तैयार करें तथा रोपा 15 दिन से अधिक का रोपा नहीं होना चाहिए। रोपाई में पौधे से पौधे की दूरी 25 से.मी. ही रखे। रोपाई के समय मृदा स्वास्थ्य कार्ड में अनुशांसित मात्रा अनुसार ही खाद्य का उपयोग करें।