अब तक भोपाल के 1693 व्यक्तियों ने दी कोरोना को मात, आज भोपाल से 25 व्यक्ति कोरोना संक्रमण से ठीक होकर अपने घर हुए रवाना
कोरोना को हराना- बच्चों का खेल है – नन्हीं उम्र में आज कोरोना से जंग जीतकर यह सच कर दिखाया है छ: नन्हें बच्चों ने। सात वर्षीय आगम जैन और अनुष्का प्रजापति, आठ वर्षीय लीसा प्रजापति और मोहम्मद मुस्तफा, दस वर्षीय पलक पुरी और बारह वर्षीय अमनसिंह रावत ने अपने हिम्मत और हौसलें से आज कोरोना को मात दी। उम्र छोटी हो या बड़ी – जीतने का जुनून और हौसला अगर साथ हो तो बड़ी से बड़ी विपदा को हराना संभव है। आज भोपाल से 25 व्यक्ति कोरोना संक्रमण को हराकर अपने घर रवाना हुए। हमीदिया अस्पताल से दो और चिरायु अस्पताल से 23 व्यक्ति डिस्चार्ज हुए। इन्हें मिलाकर अब तक भोपाल के 1693 व्यक्तियों ने कोरोना को हराया है। इन सभी ने अपने सफल ईलाज और बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के लिए शासन-प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन को हार्दिंक धन्यवाद दिया। वर्तमान में भोपाल में केवल 616 एक्टिव कोविड-19 संक्रमित व्यक्तियों का इलाज जारी है। हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरूण कुमार श्रीवास्तव और चिरायु अस्पताल के डायरेक्टर श्री अजय गोयनका ने आज डिस्चार्ज हुए सभी व्यक्तियों को उनके स्वस्थ होने पर बधाईयां दी। हमीदिया अस्पताल में पुष्प, मॉस्क और सैनेटाइजर भेंट कर उनके नवजीवन के लिए शुभकामनाएं दी। इन्होंने कहा कि कोरोना से घबराना नहीं है। इसका इलाज संभव है। भोपाल से बड़ी संख्या में व्यक्तियों का स्वस्थ होना हम सभी का हौसला बढ़ाता है। जल्दी ही हम भोपाल को कोरोना मुक्त बनाने के अपने लक्ष्य को हासिल करेंगे। इसमें आप सभी का योगदान महत्वपूर्ण है। कोरोना से बचाव के साधन अपनाएं, सार्वजनिक स्थलों पर सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का पालन करें। हमेशा मॉस्क लगाएं, हाथ धोएं और सैनेटाइजर का उपयोग करें। आपका यह छोटा सा अनुशासन आपके परिवार और समाज को कोरोना से सुरक्षित रखने में सहायक होगा। |