कोरोना वायरस की महामारी से अन्य प्रांतों में फंसे प्रवासी मजदूरों में से मंगलवार 2 जून को मुरैना जिले की स्थापित चैक पोस्टों पर 619 मजदूर अपरान्ह 3 बजे तक आये।
संयुक्त कलेक्टर श्री एलके पाण्डे के अनुसार सर्वाधिक 349 प्रवासी मजदूर अल्लावेली चैक पोस्ट पर आये। रेल्वे स्टेशन मुरैना पर केरल से 270 लोग मुरैना में आये। इस प्रकार जिले में इन 619 प्रवासी मजदूरों में से 349 मजदूरों को 8 बसों में बिठाकर मध्यप्रदेश के छतरपुर, पन्ना, अनूपपुर, दतिया, ग्वालियर जिलों के लिये भेजा गया। शेष 270 प्रवासी मजदूर मुरैना के ही पाये गये, जिनका थर्मल स्क्रीनिंग कर नाम, पता, मोबाइल सूची में अंकित कर उनके घरों पर अन्य साधनों से भेजा गया। यह सूची 270 मजदूरों की संबंधित विकासखण्डों को भेजी जा रही है। जिससे उनका स्वास्थ्य परीक्षण समय-समय पर हो सके और कोविड-19 के नियम के तहत 14 दिन होम क्वारंटाइन रह सकें।
अभी तक 29 अप्रैल से आज दिनांक तक मुरैना जिले में 75 हजार 624 श्रमिक मुरैना आ चुके है। जिनमें से 23 हजार 240 श्रमिक मुरैना के है।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिहं चौहान के निर्देश पर राजस्थान से मप्र के श्योपुर बॉर्डर सामरसा चौकी पर आज राजस्थान एवं मुम्बई की ओर से आये 52 प्रवासी श्रमिक पहंुचे। जिनकी बॉर्डर पर स्क्रीनिंग की जाकर उनके घर के लिए भिजवाने की व्यवस्था जिला प्रशासन श्योपुर द्वारा सुनिश्चित की गई।
कलेक्टर श्री राकेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जिले के सामरसा चौकी बॉर्डर पर राजस्थान एवं मुम्बई से आये प्रवासी मजदूरो में श्योपुर तहसील के 35, बडौदा के 03, शिवपुरी जिले के 06, जबलपुर का 01 एवं मुरैना जिले के सबलगढ के 04, एवं टेंटरा के 03 कुल 52 प्रवासी मजदूर आये है। इन मजदूरो का अधिकारियो की टीम द्वारा सोशल डिस्टेसिंग की प्रक्रिया अपनाकर मेडीकल चौकअप की गई। साथ ही प्रवासी मजदूरो को शिवाजी इको क्लब दांतरदा में ठहरने, पानी, भोजन आदि की व्यवस्था के बाद उनके घरो पर पहुंचाने की व्यवस्था की गई।
चंबल संभाग के भिण्ड जिले में मंगलवार 02 जून 2020 को कोई प्रवासी मजदूर नहीं आये।