नागरिकों को कम कीमत पर मास्क उपलब्ध करवाने और महिला उद्यमियों को रोजगार उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से शुरू की गयी जीवन शक्ति योजना में अभी तक महिला उद्यमियों द्वारा 10 लाख 11 हजार से अधिक मास्क बनाये जा चुके है अब तक इन्हें एक करोड़ 9 लाख से अधिक राशि का भुगतान भी किया जा चुका है। महिला उद्यमियों द्वारा बनाये गए मास्क निर्धारित दर (11 रूपये प्रति मास्क) पर जिला स्तर में खरीदे जा रहे हैं।
कोरोना संकटकाल में जीवन शक्ति योजना ने शहरी एवं ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया। महिलाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार ओर आमजन को कोरोना से सुरक्षित बनाने के लिये बड़ी संख्या में सस्ती दरों पर मास्क बनाने का कार्य प्रदेश में हुआ है। स्वरोजगार की अवधारणा के साथ कोरोना संकट में शुरू की गई जीवन शक्ति योजना का दोहरा लाभ प्रदेशवासियों को मिला है।
योजना के शुरू होने से अब तक मास्क बनाने के लिए 10 हजार 12 महिला उद्यमियों ने पंजीयन करवाया है। मुख्य रूप से जिला इंदौर में 827, भोपाल में 628, गुना में 538, जबलपुर में 499, ग्वालियर में 427, सतना में 415, सागर में 410, खरगौन में 172, छतरपुर में 265, नीमच में 230, रायसेन में 228, सीहोर में 225, रतलाम में 222, टीकमगढ़ में 223, विदिशा में 214, रीवा में 207, होशंगाबाद में 206, शिवपुरी में 173, खंडवा में 182, छिंदवाड़ा में 175, मंदसौर में 173, और धार में 169 महिला उद्यमियों ने मास्क बनाने के लिए पंजीयन करवाया है। उल्लेखनीय है कि महिला उद्यमियों को 2 करोड़ से अधिक राशि के लगभग 20 लाख रूपये के मास्क बनाने के आर्डर दिये गए हैं।