सर्दी, खाँसी, बुखार एवं श्वास लेने में दिक्कत हो तो तुरंत पहुँचे फीवर क्लीनिक, समय रहते कोरोना का पता चलने पर होगा तत्काल उपचार और आप रहेंगे सुरक्षित-----
कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने इंदौर के नागरिकों से अपील की है कि वे कोरोना से घबरायें नहीं, सतर्क एवं सावधान रहें। सर्दी, खाँसी, बुखार एवं श्वास लेने में दिक्कत हो तो तुरंत नजदीक के फीवर क्लीनिक पहुँचें। फीवर क्लीनिक में उनका त्वरित परीक्षण होगा, सामान्य सर्दी, खाँसी, बुखार होने पर तत्काल उपचार किया जायेगा। अगर उन्हें कोरोना के लक्षण दिखाई देते हैं तो कोरोना संबंधी इलाज की आगामी कार्यवाही की जायेगी। समय रहते कोरोना का पता चलने पर उसका बेहतर इलाज हो जाता है और व्यक्ति सुरक्षित रहता है। इंदौर में कोरोना महामारी का समय पर पता करने के लिये विभिन्न उपाये किये जा रहे हैं। एक और जहाँ घर-घर जाकर सर्वे हो रहा है,वहीं दूसरी ओर फीवर क्लीनिकों को जगह-जगह संचालन किया जा रहा है।
सर्वे के साथ ही फीवर क्लीनिक भी मरीजों को सामने लाने में मददगार हो रहे है। फीवर क्लीनिकों में नागरिक अगर समय पर पहुँच जायेंगे तो उनका बेहतर इलाज होगा और वे सकुशल रहेंगे। कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बताया कि इंदौर में जोनवार फीवर क्लीनिक स्थापित किये गये हैं। इन फीवर क्लीनिकों का अभी तक बेहतर प्रतिसाद सामने आया है। बड़ी संख्या में लोग फीवर क्लीनिक तक पहुँचे रहे हैं और अपना इलाज करवा रहे हैं।
जिले में सर्दी, खाँसी, बुखार, श्वास लेने में दिक्कत वाले मरीजों के परीक्षण एवं इलाज के लिये 44 फीवर क्लीनिक स्थापित किये गये हैं। स्थापना के शुरूआती दौर में ही नागरिकों का विश्वास बनने लगा है।
सिविल सर्जन डॉ. संतोष वर्मा ने बताया कि अभी तक फीवर क्लीनिक की ओपीडी में 9 हजार 327 मरीजों का परीक्षण किया जा चुका है। इनमें से सामान्य सर्दी, खाँसी के 296 मरीज मिले। इन सभी का उपचार किया गया। साथ ही कोरोना के संभावित लक्षण दिखायी देने वाले 65 मरीज भी पाये गये। इन सभी 65 मरीजों को एमटीएच हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में सेम्पल लेकर इनकी जाँच करायी जा रही है। आवश्यकता के अनुसार इनका उपचार शुरू कर दिया गया है। समय रहते इन लोगों को चिन्हित करने और सामने आने से समाज को फायदा मिलेगा। डॉ. वर्मा ने बताया कि इसके साथ ही 175 नागरिकों को होम कोरेंटाइन किया गया है। होम कोरेंटाइन संबंधी अण्डरटेकिंग फार्म भी इनसे भरवाया गया है। होम कोरेंटाइन किये गये नागरिकों के स्वास्थ्य पर सतत निगरानी स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा रखी जा रही है। प्रत्येक तीन दिन में इनका फीवर क्लीनिक में चेकअप भी किया जायेगा।
बताया गया कि जिले में कुल 44 फीवर क्लीनिक स्थापित किये गये हैं। इनमें से 19 फीवर क्लीनिक इंदौर शहरी क्षेत्र में तथा शेष 25 फीवर क्लीनिक इंदौर ग्रामीण क्षेत्र में बनाये गये हैं। इंदौर शहर में मल्हारगंज पॉली क्लीनिक, प्रेम कुमारी देवी चिकित्सालय, शिवाजी नगर, बाणगंगा, सुभाष नगर, अरण्य नगर ,निरंजनपुर, मांगीलाल चुरिया चिकित्सालय, खजराना, बड़ी ग्वालटोली, जूनी इन्दौर, राजेन्द्र नगर, सुदामा नगर, एमओजी लाईन्स डिस्पेसरी, बाबू मुराई, शिवकण्ठ नगर, सामाजिक कल्याण परिसर परदेशीपुरा,भंवरकुआ डिस्पेंसरी तथा बिचौली हप्सी में फीवर क्लीनिक बनाये गये हैं।
इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र में मानपुर, भगोरा, हसलपुर, कोदरिया, सिमरोल, गवली पलासिया, हरसोला, सिविल हास्पीटल महू, देपालपुर, बेटमा, अटाहेडा, धन्नड़, गौतमपुरा, जलोदियाज्ञान, पलासियापार, हातोद, पिवड़ाय, कम्पेल, तिल्लोरखुर्द, सांवेर, डकाच्या, शिप्रा, कुड़ाना, चन्द्रावतीगंज तथा पालिया में फीवर क्लीनिक खोले गये हैं।