नशा एक सामाजिक अभिशाप है, जो परिवारिक जीवन, आर्थिक विकास एवं राष्ट्रीय चरित्र का ह्रास करता है। नशा करने वाला व्यक्ति परिवार और समाज के लिए कष्टदायी बन जाता है। इसीलिए हमें जीवन में नशे से दूर रहकर अपने चरित्र का निर्माण करना चाहिए। उक्त विचार अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुबोध दीक्षित द्वारा गत दिवस अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस के अवसर पर व्यक्त किये। कोविड-19 की महामारी के कारण सोशल डिस्टेंस हम सब की आदत में आ गया है। इसके मद्देनज़र नशामुक्त समाज के लिए हम नशे से भी डिस्टेंस बनायें यह भी प्राथमिकता होनी चाहिए। प्रतिवर्ष शासन द्वारा 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष यह आयोजन कोविड-19 वायरस के कारण नियमों का पालन कर मनाया गया। इस अवसर पर जिला चिकित्सालय में संचालित नशा मुक्ति केन्द्र पर हितग्राहियों एवं मरीजों को फल वितरित किये गये। कार्यक्रम का संचालन हरिवंश त्रिवेदी ने किया। कार्यक्रम में मनोज बावरा द्वारा नशामुक्ति पर आधारित गीत ‘‘आज तो बस होना है हिसाब जरूरी, शराब जरूरी या परिवार जरूरी’’ की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में सामाजिक न्याय विभाग के अरूण सिंह, उदयेन्द्र सिंह राजपूत, राजेन्द्र सिंह चैहान, दिनेश बाथम आदि उपस्थित रहे। |
अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर कार्यक्रम सम्पन्न - शिवपुरी
Saturday, June 27, 2020
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