कोरोना संक्रमण के कारण विभिन्न प्रदेशों में फँसे श्रमिक एवं अन्य लोग अपने-अपने घर जाने के लिए प्रयासरत हैं। देश के मध्य में स्थित होने के कारण मध्यप्रदेश के इतर अन्य राज्यों के श्रमिकों को भी यही से गुजरना पड़ता है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये हैं कि श्रमिक चाहे मध्यप्रदेश के हों या अन्य प्रदेश के, उनके भोजन, परिवहन, आराम करने के लिए शेड और स्वास्थ्य परीक्षण की पूरी व्यवस्था की जाये। परिणाम स्वरूप सभी सीमावर्ती जिलों में स्थानीय प्रशासन के माध्यम से श्रमिकों को यह सभी सुविधाएँ देना सुनिश्चित किया गया है।
श्रमिक इन सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं। प्रदेश सरकार की व्यवस्थाओं के संबंध में-
श्री मनोज विश्वास- महाराष्ट्र से अपने घर कोलकत्ता जा रहे श्री मनोज विश्वास ने कहा कि मध्यप्रदेश में जगह-जगह पर मिल रहे नि:शुल्क भोजन एवं पानी की व्यवस्था से खुश हैं।
श्री सुजीत कुमार- मुम्बई से उत्तर प्रदेश अपने घर जा रहे श्री सुजीत कुमार ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने भोजन-पानी की बेहतर व्यवस्था की है।
श्री सुरेन्द्र- गुडगाँव से ट्रेन द्वारा छतरपुर पहुँचे पन्ना निवासी श्री सुरेन्द्र ने कहा कि सरकार ने हमें घर तक पहुँचाने के लिऐ बेहतर व्यवस्थायें की हैं।
श्री धीरेन्द्र शर्मा- हरियाणा से ट्रेन से आये। श्री धीरेन्द्र शर्मा ने बतायाकि छतरपुर स्टेशन पर ट्रेन से उतरते ही मुझे भोजन-पानी देने के साथ ही मेरा स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया।
विभिन्न प्रदेशों से ट्रेनों और बसों के माध्यम से मध्यप्रदेश के विभिन्न स्थानों पर सवा तीन लाख से अधिक श्रमिकों को लाया जा चुका है। श्रमिकों ने मध्यप्रदेश सरकार द्वारा उनके लिये की गयी व्यवस्थाओं को अच्छा बताया है।